Posted on 17.05.2020 20:00
मुंबई:एक जैन परिवार तुर्की में दो महीने से अटका,अगले सप्ताह होगी वापसी,परिवार ने जताया मुख्यमंत्री गहलोत का आभारBy Jain Star News Network /17 May 2020,Sunday
मुंबई। तुर्की में पिछले दो माह से फंसे हुए मुंबई के एक जैन परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है। कोरोना संकटकाल में दो वरिष्ठ नागरिकों सहित सात लोगों का यह परिवार लॉकडाउन में फंसा हुआ है। राजस्थान सरकार द्वारा प्रवासियों के सहयोग के लिए स्थापित राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव एवं मुंबई में प्रवासी राजस्थानी समाज एवं सरकार के बीच सेतु का काम कर रहे निरंजन परिहार की कोशिशों से बीती रात उनकी वापसी का रास्ता साफ हो गया है। जैन परिवार अगले सप्ताह वापस भारत आ जाएगा। कई अन्य देशों में अटके हुए राजस्थानी प्रवासियों व छात्रों को भी मई के अंत तक वापस लाने की कोशिशें जारी है।
विले पार्ले स्थित जुहू स्कीम निवासी 80 साल के फुटरमल जैन सहित उनके परिवार के कुल 7 लोग बीते दो महीने से तुर्की में वतन वापसी के लिए भारत सरकार की अनुमति का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन 32 से अधिक देशों में अटके हुए भारतीयों को वापस लाने की सूची में तुर्की का नाम न होने से परेशान जैन के रिश्तेदारों ने मुंबई में प्रवासी राजस्थानियों के बीच सक्रिय निरंजन परिहार से संपर्क किया। जयपुर में मुख्यमंत्री कार्यालय से संपर्क करके परिहार ने राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव को नई दिल्ली में इसकी जानकारी दी और केवल दो ही दिन में विदेश मंत्रालय के जरिए टर्की से भी उड़ान सुनिश्चित करवाई। अगले सप्ताह यह परिवार ईस्तानबुल से नई दिल्ली उतरेगा। राजस्थान के पाली जिले के सांडेराव के मूल निवासी बुजुर्ग फुटरमल जैन के बेटे चार्टर्ड अकाउंटेंट अमित जैन ने अपनी वतन वापसी में सहयोग के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रति आभार जताते हुए राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव एवं निरंजन परिहार के सक्रिय सहयोग के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा है कि राजस्थान सरकार द्वारा प्रवासियों के सहयोग के लिए स्थापित राजस्थान फाउंडेशन उनके परिवार के लिए संकटकाल में अत्यंत सहयोगी साबित हुआ है। फुटरमल जैन की पत्नी पुष्पा जैन, बेटा अमित जैन, बहू छाया जैन, पोती महक एवं मल्लिका एवं पोता मोक्षान जैन 14 मार्च को मुंबई से तुर्की पहुंचे थे, लेकिन 22 मार्च से भारत में सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक की वजह से यह राजस्थानी परिवार भी वहीं अटका हुआ है। शुद्ध शाकाहारी एवं सात्विक जैन होने के कारण उन्हें वहां खाने पीने में भी कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं। अमित जैन पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं एवं मुंबई के जुहू स्कीम इलाके में रहते हैं। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र सरकार की इस मामले में कोई स्पष्ट पॉलिसी न होने के कारण अगले सप्ताह भी विदेश से कोई उड़ान मुंबई नहीं आएगी। दुनिया भर के विभिन्न देशों में लॉकडाउन की वजह से फंसे हुए राजस्थानी लोगों की भारत वापसी में राजस्थान फाउंडेशन अहम भूमिका निभा रहा है।उल्लेखनीय है कि विदेशो में फंसे हुए राजस्थानी लोगों की वापसी के लिए राजस्थान फाउंडेशन पिछले कई दिनों से कोशिशें कर रहा है। पिछले सप्ताह तक 154 लोगों की भारत वापसी में राजस्थान फाउंडेशन सफल साबित हुआ है। रशिया में बड़ी संख्या में पढ़ रहे राजस्थानी छात्रों को वापस राजस्थान लाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री से बातचीत कर चुके हैं। फाउंडेशन के आयुक्त श्रीवास्तव के मुताबिक विदेशों से राजस्थानियों को लानेवाली उड़ानों को वे सीधे राजस्थान के हवाईअड्डों पर उतारने के लिए भी वे प्रयासरत हैं।