17.11.2021: Acharya Shri Gyan Sagar Ji Maharaj Ke Bhakt

Published: 17.11.2021

Posted on 17.11.2021 13:49

बारां (राजस्थान) में सराकोद्धरक पूज्य आचार्य श्री ज्ञानसागर जी मुनिराज की समाधि स्थल पर छतरी का हुआ लोकापर्ण
श्रद्धापूर्वक मनाया प्रथम समाधि दिवस
"आचार्य ज्ञानसागर जी एक अद्वितीय सन्त थे" : प्रमोद जैन भाया , खान एवं गोपालन मन्त्री राजस्थान सरकार

ज्ञानसागर कॉम्पलेक्स का हुआ भूमिपूजन

परम पूज्य सराकोद्धरक आचार्य श्री ज्ञानसागर जी मुनिराज का नसियाँ जी बारां राजस्थान में दिनांक 15 नवम्बर 2020 को समाधि हो गयी थी।
पूज्य आचार्यश्री की स्मृति में उनका प्रथम समाधि दिवस नसियां परिसर मे जैन समाज बारां द्वारा अगाध श्रद्धा के साथ मनाया गया ।
टीकमगढ़ से पधारे हुये प्रतिष्ठाचार्य बरया. जयकुमार निशान्त जी के निर्देशन में ब्र.मनीष भैया जी, डॉ . धर्मेन्द्र जी दिल्ली , डॉ. अनिल जी जयपुर एवं ब्रह्मचारिणी दीदीयों की गरिमामयी उपस्थिति में समाधि दिवस की सभी क्रियाएं विधि -विधान से सम्पन्न हुई ।

ध्वजारोहण स्थानीय जैन समाज के अध्यक्ष अशोक सेठी व प्रबन्धकारिणी सदस्यों द्वारा किया गया । नसियाँ मन्दिर से घट यात्रा निकाली गई जिसमें महिलाएं सिर पर मंगल कलश धारण किये हुये थीं । मंगलकलशों में लाये गये अभिमन्त्रित जल से मंत्रोच्चार के साथ नव निर्मित सफेद संगमरमर की भव्य चरण छतरी की शुद्धि की गई । मुख्य पाडाल में आचार्यश्री का चित्र अनावरण एवं दीप प्रज्जवलन कर उनकी संगीतमय पूजन की गई ।

पूज्य आचार्य श्री ज्ञानसागर महाराज की स्मृति में निर्मित छतरी का लोकार्पण श्री सरोज कुमार, विनोद कुमार, विकास कुमार बडजात्या परिवार द्वारा एवं छतरी में स्थापित गुरुवर के चरणों का प्रथम अभिषेक श्री सुरेन्द्र कुमार , निलेश कुमार बज परिवार द्वारा किया गया ।

इस अवसर पर विनयाजंलि सभा आयोजित की गई जिसमें समाज के सैकड़ों महिलाओं और पुरुषों के अतिरिक्त बाहर से पधारे हुये कई विद्वतजन तथा अतिथिगण सम्मलित रहे।

आयोजन के मुख्य अतिथि श्री प्रमोद जैन भाया खान एवं गोपालन मन्त्री राजस्थान सरकार एवं अध्यक्षता श्री पानाचन्द मेघवाल विधायक बारां अटरू द्वारा तथा विशिष्ट अतिथि नगर परिषद के पूर्व सभापति श्री कैलाश पारस रहे।
बाहर से पधारे हुये विद्वतजनों एवं स्थानीय वक्ताओं ने गुरूचरणों मे विनयांजलि प्रस्तुत करते हुये गुरू का गुणानुवाद किया ।
राजस्थान सरकार में मंत्री श्री प्रमोद जैन भाया ने अपनी विनयांजलि प्रस्तुत करते हुये कहा कि आचार्य ज्ञानसागर जी एक अद्वितीय सन्त थे ।

बारां में उनकी समाधि होने से यह क्षेत्र एक तीर्थ बन गया है! अब समाज का उत्तरदायित्व है कि वह इस क्षेत्र को एक भव्य व सुव्यस्थित रूप प्रदान कर सम्पूर्ण भारत में इसे लोकप्रिय करे । उन्होने कहा कि समाज की सेवा एवं सहयोग में वे सादर समर्पित हैं और हमेशा रहेंगे ।

पूज्य आचार्यश्री की स्मृति में नसियाँ परिसर में समाज द्वारा श्री ज्ञानसागर कॉम्पलेक्स का निर्माण करने का निर्णय लिया गया, जिसका भूमि पूजन कर आधारशिला श्री प्रमोद जैन भाया ,श्री पानाचन्द मेघवाल, श्री कैलाश पारस एवं समाज अध्यक्ष अशोक सेठी द्वारा स्थापित की गई । कार्यक्रम का संचालन यशभानु जैन द्वारा किया गया ।

सांयकालीन बेला में जबलपुर से पधारी हुई संगीतकार श्रीमती प्रीति जैन द्वारा एक शाम गुरूवर के नाम कार्यक्रम में जैन आरती व भजनों की शानदार प्रस्तुति दी गई । बारां समाज के मन्त्री वीरेन्द्र बडजात्या व सांस्कृतिक सचिव महावीर बड़जात्या ने आभार व्यक्त किया -डॉ. सुनील जैन संचय, ललितपुर

Photos of पूज्य षष्टम पट्टाचार्य श्री 108 ज्ञानसागर जी मुनिराजs post


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Acharya Gyan Sagar Ji Maharaj
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