Updated on 18.02.2025 18:17
*JTN BULLETIEN**अंक 049/2025, 18 फरवरी, पृष्ठ ~ 14*
मुनि श्री हिमांशु कुमार एवं मुनि श्री रश्मि कुमार जी का आध्यात्मिक मिलन : कुम्भकोणम
बारह व्रत कार्यशाला का आयोजन : तेयुप धुबड़ी
भिक्षु दर्शन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन : तेयुप धुबड़ी
व्यक्तित्व विकास कार्यशाला का आयोजन : तेयुप धुबड़ी
रक्तदान शिविर का आयोजन : तेयुप मुर्शिदाबाद
प्रोजेक्ट फोकस के अंतर्गत मेडिटेशन कार्यशाला : तेयुप साउथ कोलकाता
"SAFE DRIVE SAVE LIFE" के अंतर्गत जागरूकता अभियान : तेयुप साउथ कोलकाता
प्रेक्षा प्रवाह के अंतर्गत मंत्रप्रेक्षा एवं वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन : तेममं जलगाँव
ज्ञानशाला में खेल दिवस का आयोजन : जलगाँव
प्रेक्षा ध्यान कार्यशाला का आयोजन : ठाणे (मुंबई)
कन्या सुरक्षा योजना के अन्तर्गत कन्या सुरक्षा बेंच का वितरण : तेममं गुलाबबाग
नेत्रदान : तेयुप गुवाहाटी
तेयुप सरदारपुरा
*प्रस्तुति : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज*
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Updated on 18.02.2025 14:43
🌅 ᑭᗩᑎᑕᕼᗩᑎG / पंचांग 🌄Dt. *19/02/2025*
तिथि : *फ़ाल्गुन कृष्ण पक्ष - 06*
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Updated on 18.02.2025 10:13
आचार्य श्री महाश्रमण जी के मंगल प्रवचन की छाया चित्र झलकियाँ १८-०२-२०२५Photos of Jain Terapanth News post
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*70 दिन शेष*
युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी का अपनी धवल सेना के साथ डीसा गुजरात में पदार्पण एवं अक्षय तृतीया महोत्सव का आयोजन
*डीसा प्रवेश : 29.4.2025*
*अक्षय तृतीया : 30.4.2025*
_निवेदक : आचार्य श्री महाश्रमण अक्षय तृतीया महोत्सव प्रवास व्यवस्था समिति, डीसा_
सम्प्रसारक : *अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़*
युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी का अपनी धवल सेना के साथ डीसा गुजरात में पदार्पण एवं अक्षय तृतीया महोत्सव का आयोजन
*डीसा प्रवेश : 29.4.2025*
*अक्षय तृतीया : 30.4.2025*
_निवेदक : आचार्य श्री महाश्रमण अक्षय तृतीया महोत्सव प्रवास व्यवस्था समिति, डीसा_
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🌞 *नवप्रभात के प्रथम दर्शन* 🌞
18 फरवरी, 2025
*प्रस्तुति : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़*
18 फरवरी, 2025
*प्रस्तुति : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़*
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Posted on 18.02.2025 07:02
*_18 फरवरी_*इस नश्वर जीवन में हो सके तो
किसी का भला करो, किन्तु किसी का बुरा मत करो।
- आचार्य महाश्रमण
*- आदर्श साहित्य विभाग, जैन विश्व भारती*
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📲 प्रस्तुति : *आदर्श साहित्य विभाग, जैन विश्व भारती*
📲 संप्रसारक : *अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़*
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*18 फरवरी*
*कब क्या हुआ!*
- जाने तेरापंथ के इतिहास को
तेरापंथ धर्मसंघ मे सर्वप्रथम पदत्राण ( टायरनुमा चप्पल ) का निर्माण साध्वीश्री संतोकांजी लाडनूं द्वारा किया गया।
पहले तेरापंथ के साधु साध्वियों का विहार अधिकतर राजस्थान की रेतीली धरती पर ही हुआ करता था। ज्यो- ज्यो विहार क्षेत्र का विस्तार हुआ। सड़क मार्ग पर चलने का काम पड़ने लगा। पैर छिलने लगे, खून बहने लगा प्रश्न उपस्थित होने लगे, पैरों की सुरक्षा कैसे की जाए साध्वीश्री संतोकांजी लाडनूं ने अपनी सूझबूझ से एक उपाय निकाला।उन्होंने मोटे कपड़े और टायर की सहायता से चप्पल पदत्राण बनाया। जब आचार्यश्री तुलसी को वह दिखाई गई तो साध्वोचित उपकरण देखकर प्रसन्नता व्यक्त की और सर्व प्रथम वह पदत्राण मातुश्री साध्वीश्री वदनाजी को पहनने की अनुज्ञा प्रदान की उसके बाद आम साधु साध्वियों मे भी उपयोग होने लग गया।
जैन धर्म को जानने के लिए चैनल से जुड़े - https://whatsapp.com/channel/0029VayfLav6GcG8zAG6gz2G
*समण संस्कृति संकाय*
कार्यालय संपर्क सूत्र-
*9784762373, 9694442373, 9785442373*
📲 प्रस्तुति : *समण संस्कृति संकाय, जैन विश्व भारती*
📲 संप्रसारक : *अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़*
*कब क्या हुआ!*
- जाने तेरापंथ के इतिहास को
तेरापंथ धर्मसंघ मे सर्वप्रथम पदत्राण ( टायरनुमा चप्पल ) का निर्माण साध्वीश्री संतोकांजी लाडनूं द्वारा किया गया।
पहले तेरापंथ के साधु साध्वियों का विहार अधिकतर राजस्थान की रेतीली धरती पर ही हुआ करता था। ज्यो- ज्यो विहार क्षेत्र का विस्तार हुआ। सड़क मार्ग पर चलने का काम पड़ने लगा। पैर छिलने लगे, खून बहने लगा प्रश्न उपस्थित होने लगे, पैरों की सुरक्षा कैसे की जाए साध्वीश्री संतोकांजी लाडनूं ने अपनी सूझबूझ से एक उपाय निकाला।उन्होंने मोटे कपड़े और टायर की सहायता से चप्पल पदत्राण बनाया। जब आचार्यश्री तुलसी को वह दिखाई गई तो साध्वोचित उपकरण देखकर प्रसन्नता व्यक्त की और सर्व प्रथम वह पदत्राण मातुश्री साध्वीश्री वदनाजी को पहनने की अनुज्ञा प्रदान की उसके बाद आम साधु साध्वियों मे भी उपयोग होने लग गया।
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