Posted on 15.03.2025 07:13
*15 मार्च**कब क्या हुआ!*
- जाने तेरापंथ के इतिहास को
जुगुप्सनीय कुलों की बस्ती में व्याख्यान
आचार्य श्री ने फ़रमाया जुगुप्सनीय कुलों की बस्ती में जाकर व्याख्यान देने में कोई आपत्ति नहीं है। इतना अवश्य ध्यान रहे कि वहां व्याख्यान करने से वाद-विवाद को बढ़ावा नहीं मिले। यह निर्णय 1 फरवरी 1953 (वि. सं. 2009 फाल्गुन कृष्णा द्वितीया) सरदारशहर में हुआ।
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*_15 मार्च_*
विद्या से विनय मिले,
यह तो जरूरी नहीं विनय से विद्या शोभायमान होती है।
- आचार्य महाश्रमण
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