Connect inaction with action. Connect inactivity with activity.
Connect deep contemplation with material pleasures. Then you shall get great joy.
TAKEN FROM "ROJ KI EK SALAH" - BOOK BY ACHARYA MAHASHRAMAN
कर्म के साथ अकर्म को जोड़ो. प्रवृति के साथ निवृति को जोड़ो.
भोग के साथ योग को जोड़ो. फिर देखो तुम्हें कितना आनंद मिलता है.