Whatever happens, happens for the good. Think well before you act.
Then you should happily accept whatever happens.
Taken From "Roj Ki Ek Salah" - Book by Acharya Mahashraman
जो होता है वह अच्छे के लिए होता है. करने से पूर्व अच्छी तरह सोचो.
फिर जो होता है उसे प्रसन्नता से स्वीकार करो.