One must be patient. Do not take decisions in a hurry.
If one is convinced that his thinking is right and prompt decision is required then instant decision may be taken.
Taken From "Roj Ki Ek Salah" - Book by Acharya Mahashraman
धैर्य रखना चाहिए. सहसा कोई निर्णय नहीं करना चाहिए.
यदि इतना विश्वास हो की मेरा चिन्तन ठीक है व तत्काल निर्णय की अपेक्षा है तो तत्काल निर्णय भी लिया जा सकता है..