News in English:
Location: | Tapra |
Headline: | Namaskar Mahamantra Greatest Mantra◄ Sadhvi Ujjwalrekha |
News: | Sadhvi Ujjwalrekha entered for chaturmas at Tapra. She addressed people and told about positive effect of Namaskar Mahamantra. She told people who want to live with peace should follow three principal Non-violence, Non-possession and control over desires. |
News in Hindi:
नमस्कार महामंत्र के जाप से पाप का नाश: साध्वी उज्ज्वलरेखा
टापरा 04 Jul-2011 (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो)
नमस्कार महामंत्र जैन संस्कृति का सर्वमान्य प्रभावशाली मंत्र है।इसके जप से पाप का नाश, बुद्धि की शुद्धि, लक्ष्मी की वृद्धि, सिद्धि की उपलब्धि, आरोग्य की प्राप्ति व चिंताओं का नाश होता है।इस मंत्र के जप व श्रवण से नाग के जोड़े ने धरणेंद्र पदमावती पद को पाया।यह अनादि मंत्र चौदह पूर्वों का सार होने के साथ लोक में अलौकिक है।ये विचार साध्वी उज्ज्वलरेखा ने टापरा में चातुर्मासिक मंगल प्रवेश के दौरान व्यक्त किए।
इस मंत्र के एक अक्षर का ध्यान करने से सात सागरोपम काल के पाप नष्ट हो जाते हैं।निष्काम भाव से विधियुक्त एक लाख जप करने वाला तीर्थंकर गोत्र का बंधन कर लेता है।इस मंत्र के जप से हमारे शरीर का सौर मंडल तेजस्वी व शक्तिशाली बनता है।यह आध्यात्मिक, आधि भौतिक, आधि दैविक सर्प बाधा संाहरक अमोघ मंत्र है।इसके जप से पतित मलिन आत्मा निर्मल हो जाती है।चातुर्मासिक मंगल प्रवेश पर प्रवचन करते हुए साध्वी ने कहा कि जीवन में भी कुछसीमाएं आवश्यक है।जीवन को शांत व सुखी बनाने के लिए सभी लोगों को कम से कम तीन बंधनों अहिंसा, अणुव्रत व उपभोग की सीमा को अवश्य अपनाना चाहिए।इन बंधनों से मुक्ति मिलती है।साध्वी ने कहा कि चातुर्मास्य काल व्यक्ति को बंधनों में बंधने का आह्वान कर रहा है।प्रतिस्पद्र्धा के इस युग में सभी अर्थकी अंधी दौड़ में भाग रहे हैं।इस युग में मस्त फकीरों का स्वागत अभिनंदन आश्चर्यहै।संयोजन मिलन संकलेचा ने किया।सभाध्यक्ष हरखचंद पालगोता, राणमल संकलेचा, प्रेमराज, कन्या मंडल, महिला मंडल व युवक परिषद ने स्वागत अभिनंदन किया।देवराज, जसराज ढेलडिय़ा, पाबूलाल ढेलडिय़ा, नरेश ढेलडिय़ा सहित कईगणमान्य नागरिक उपस्थित थे।