News in English:
Location: | Kelwa |
Headline: | Delusion Give Birth To Crime◄ Acharya Mahashraman |
News: | Social Order give punishment to maintain order. Purpose of punishment is to give justice not to give misery to anyone. Lack of resource, unawareness and negative emotion give birth to crime. Good pravachan give knowledge and good education. Good literature leeds us on right way. |
News in Hindi:
मोह अपराध को जन्म देता है: महाश्रमण
केलवा Sunday, 10 Jul 2011(जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो)
आचार्य महाश्रमण ने कहा कि मोह कर्म की प्रबलता व्यक्ति के भीतर अपराध को जन्म देती है। सामाजिक स्तर पर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए दंड संहिता का विधान है, ताकि व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चलती रहे। दंड संहिता का लक्ष्य उचित न्याय देना है, किसी को कष्ट देना नहीं है। आचार्य श्री रविवार को लालगढ़ में श्रावकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अज्ञान, अभाव एवं आवेश की चेतना अपराध को जन्म देती है। वर्तमान समय में व्यक्ति धन, काम वासना एवं सत्ता प्राप्ति के लिए होने वाले अपराधों से बचने का प्रयास करे। सत्संग से संस्कार प्राप्त कर ह्रदय को पवित्र बनाएं। सत्संग से अच्छा ज्ञान एवं अच्छी शिक्षा मिलती है। अच्छे गुणवान मनुष्य की संगति करना ही सत्संग है। अच्छे साहित्य एवं अच्छे दृश्यों के माध्यम से महान पुरुषों की वाणी से व्यक्ति सत्संग करे। इससे ज्ञान, विवेक, त्याग एवं प्रत्याख्यान की चेतना जागृत होगी, पर पीड़ा को अपनी पीड़ा समझकर व्यक्ति प्रतिकूल आचरण नहीं करेगा। इस अवसर पर मंत्री मुनि, साध्वी प्रमुखा कनकप्रभा ने भी मंगल उद्बोधन दिए।