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मर्यादा ही तेरापंथ का आधार: साध्वी चांद कुमारी व कमलप्रभा जी
श्रद्धा के साथ मनाया गया मर्यादा महोत्सव
बालोतरा ३१ जनवरी २०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
तेरापंथ सभा के तत्वावधान में साध्वी चांद कुमारी व कमलप्रभा के सान्निध्य में तेरापंथ भवन में 148वां मर्यादा महोत्सव मनाया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए साध्वी चांद कुमारी ने कहा कि आचार्य भिक्षु ने प्रेम, कलह निवारण, सौहाद्र्र और समतामूलक व्यवस्था के लिए मर्यादाओं का निर्माण किया। तेरापंथ धर्म संघ की एकता, सुदृढ़ संगठन का आधारभूत तत्व यही मर्यादाएं हैं। साध्वी कमलप्रभा ने कहा कि आचार्य भिक्षु ने तेरापंथ संघ को मजबूत बनाने के लिए अनुशासन, सिद्धांत, मनोबल, आध्यात्म व समाधान नाम के पांच बल दिए हैं। प्रतापगढ़ उपखंड अधिकारी ओमप्रकाश जैन ने कहा कि मर्यादा महोत्सव समीक्षा और आत्मालोचना का पर्व है। उन्होंने कहा कि हमें नेता की बजाय कार्यकर्ता बनना चाहिए। अणुव्रत समिति बाड़मेर के प्रभारी ओम बांठिया ने कहा कि मर्यादा प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का रक्षा कवच है। प्रमुख वक्ता घेवरचंद बोहरा ने कहा कि मर्यादा महोत्सव तेरापंथ संघ की सर्वोत्तम उपलब्धि है। आज के दिन आचार्य महाश्रमण का शांति संदेश पूरे राष्ट्र को मिलेगा। कार्यक्रम को महिला मंडल मंत्री नयना देवी, ललित जीरावला व भंवरलाल सालेचा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान साध्वियों ने मर्यादा और अनुशासन एक परिचर्चा के माध्यम से तेरापंथ की प्रगति का विश्लेषण किया। त्रिपदी वंदना व मंगलाचरण के बाद सभाध्यक्ष शांतिलाल डागा ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन मंत्री गौतम श्रीश्रीमाल ने किया। इसी प्रकार असाडा स्थित इकरंगा क्षेत्र में साध्वी लब्धिश्री के सान्निध्य में मर्यादा महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में कन्यामंडल की ओर से गीतिका तथा साध्वी आराधना व केवलयशाश्री ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। साध्वी लब्धिश्री ने कहा कि तेरापंथ के सौंदर्य और विकास का सबसे बड़ा कारण मर्यादा है। उन्होंने कहा कि संघ की मजबूती व सुरक्षा के लिए आचार्य भिक्षु ने मर्यादाओं का निर्माण किया था। साध्वी शशिप्रभा ने कविता के माध्यम से अपने भावों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन पीयूष बालड़ ने किया। इस अवसर पर इंद्रचंद, ललित छाजेड़, राजा, ट्विंकल, कमला देवी सहित कई श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित थे।