ShortNews in English:
Araria Court: 04.02.2012
Good Deeds Can be Good Reply of Criticism: Sadhvi Trishala Kumari
News in Hindi
'आलोचना का जवाब अपने अच्छे कार्यो से दें'
अररिया, Sun, 29 Jan 2012:संजय मेहता
रविवार को स्थानीय तेरापंथ भवन में जैन श्रद्धालुओं का विशाल मेला लगा। महिला-पुरुष, बूढ़े-बच्चे सबों की भारी भीड़। मौका था आचार्य श्री महाश्रमण के 50वें जन्मदिवस अमृत महोत्सव के तीसरे चरण एवं 148वां मर्यादा महोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम का। महोत्सव में मुख्य प्रवचनकर्ता के रूप में साध्वीश्री त्रिशला कुमारी पधारी थी। इस मौके पर उन्होंने धर्मसंघ को सबसे बड़ा बताते हुए कहा कि धर्मसंघ बड़ा है और इसके बाद गुरु अथवा आचार्यो, साधुओं, साध्वी आदि का स्थान निर्धारित होता है। प्रयास हो कि हमारी संघ के प्रति निष्ठा मजबूत और अटल बने। साध्वी त्रिशला कुमारी ने यह बात अररिया के तेरापंथ भवन में आयोजित अहिंसा समवसरण 148 वें मर्यादा महोत्सव के देश-विदेश से आये श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कालांतर में व्यक्तिगत साधना पर बल दिया जाता था, लेकिन अब संघ की साधना और इसके प्रति निष्ठा पर ही विशेष ध्यान दिया जा रहा है। श्री त्रिशला कुमारी जी ने कहा कि तेरापंथ के प्रथम आचार्य भिक्षु स्वामी ने एक ऐसे विधान अथवा मर्यादा का निर्माण किया, जो संघ की रक्षा में लगा रहता है। तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण के 50वें जन्मदिवस के अमृत महोत्सव पर साध्वी ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए महत्वपूर्ण तो है ही, साथ ही साथ यह ज्ञान, दर्शन, चरित्र और ताप आदि के क्षेत्र में आगे बढ़ने का संकल्प लेने का भी दिन है। इसके पूर्व रविवार के कार्यक्रम का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र तथा मंगलाचरण से हुआ। श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा की ओर से सागरमल चिंडालिया, महिला मंडल की ओर से सरिता देवी बेगवानी, और तेरापंथ युवक परिषद की ओर से मनोज बरड़िया ने आंगतुकों का स्वागत किया। वहीं साध्वी कल्पयशा जी ने मर्यादा तथा अनुशासन के महत्व को रेखांकित किया। जबकि साध्वी मणिप्रभा जी तथा मुक्ति श्री जी ने काव्य विद्या में अपने भावों की प्रस्तुति की। साथ ही बिहार, बंगाल, झारखंड तथा नेपाल से आये हुए विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन प्रदीप चौरड़िया ने किया। इस मौके पर नेपाल बिहार जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के नवनियुक्त अध्यक्ष अनोप जी बोथरा ने अपनी कार्य समिति की घोषणा की। सभा में मंत्री खेमकरण बेगवानी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम की सफलता में सभा, महिला मंडल, तथा तेयुप के कार्यकर्ताओं का विशेष सहयोग रहा। विशेष रूप से भैरोदान, भूरा, अजय वैद, जुगराज छाजेड़, शांतिलाल बरड़िया, विरेन्द्र भूरा, उदित चौरडि़या, अशोक बाफना, सचिन दुगड़, कुलदीप बोथड़ा, अमित दुधेड़िया आदि का प्रशंसनीय श्रम रहा।