ShortNews in English
Parlu: 04.06.2012
Acharya Mahashraman compared Saints and Farmers. Both sleep on earth so we are son of soil. We believe completely in non-violence but framer is householder too. He inspired farmers to stay from addiction.
News in Hindi
किसान व संत दोनों भूमि पुत्र
किसान व संत दोनों भूमि पुत्र
जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो पारलू गांव
निकटवर्ती पारलू गांव में रविवार को आयोजित किसान सम्मेलन एवं नशा मुक्ति शिविर में आचार्य महाश्रमण ने कहा कि किसान अन्नदाता है, वह संत के समान है, दोनों भूमि पुत्र है क्योंकि दोनों भूमि पर शयन करते हैं। सबका पेट भरने वाला भगवान तुल्य होता है, कृषि कार्य में हिंसा कार्य जाने-अनजाने में हो जाता है, फिर भी हमें अहिंसा के भाव अपनाकर कृषि कार्य करना चाहिए। आचार्य ने कहा कि एक दूसरे के बिना जीवन संभव नहीं है, अत: हमे हिलमिल कर त्याग एवं प्रेम की भावना से कार्य करने चाहिए। किसानों ने संकल्प पत्र भर सामूहिक रूप से लगभग 50 किसानों ने अफीम का त्याग किया।
जिंदगी की गंदगी का नाम है नशा
नशा धीमा जहर है, जो प्रति क्षण जीवन को मृत्यु की तरफ धकेलता है। नशा का विपरित है- शान अर्थात नशा कल्याण करने पर व्यक्ति की शान में चार चांद लग जाते हैं। महिलाओं को कन्या भू्रण हत्या नहीं करवानी चाहिए। पारिवारिक अशांति का एक कारण नशा भी है। हमें सहना चाहिए और मौके पर कहना भी चाहिए। सहनशील एवं धैर्यवान व्यक्ति ही महापुरूष बनता है, जो सहता है वो ही रहता है, यह सत्य है। हमें ईमानदारी से धन अर्जित करना चाहिए। किसी के साथ धोखा नहीं करना चाहिए। व्यक्ति को अणुव्रतों से अपना जीवन धन्य बनाना चाहिए। आचार्य महाश्रमण ने रविवार को पारलू के धर्मपुरा का अवलोकन किया। उन्होंने खुशी जताई कि यहां के नागरिक पक्षी प्रेमी भी है। आचार्य कृष्ण गोपाल गौशाला भी पहुंचे एवं पशु-प्रेम की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को मूक बधिर पशु पक्षियों की सेवा करनी चाहिए, इससे चित्त को शांति मिलती है। इस अवसर पर पूर्व गृह राज्य मंत्री अमराराम चौधरी, पुलिस अधीक्षक पहाड़सिंह राजपुरोहित, पुलिस उप अधीक्षक कैलाश दान जुगतावत व नरेन्द्र सुराणा ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर नगाराम चौधरी, जुहाराराम चौधरी, जुहारसिंह राजपुरोहित, दुर्गादान जुगतावत, मुकनाराम सुथार, गोपाराम प्रजापत, मांगीलाल त्रिवेदी, नारायणराम मेघवाल, तेजप्रकाश वैष्णव, बृजमोहन शर्मा सहित जैन समाज के प्रबुद्ध लोग उपस्थित थे।
पारलू गांव में किसान सम्मेलन का आयोजन