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जय जिनेद्र🙏🙏
14//10//15
🌾छटवां दीक्षा दिवस🌾
धर्म दिवाकर,चर्या प्रभाकर,आध्यात्म योगी,आचार्य भगवन 108 विशुद्ध सागर जी महराज जी के परम शिष्य
🙏मुनि श्री सुप्रभ सागर जी🙏
पूर्व नाम - ब्रा.मनोज जी शाह
जन्म स्थान- कोल्हापुर (महाराष्ट)
जन्म दिनाक - 13 दिसंबर 1981
शिक्षा - सी.ए.
मुनि दीक्षा - 14 अक्टूबर 2009
दीक्षा स्थल- अशोकनगर
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🙏मुनि श्री सुव्रत सागर जी 🙏
पूर्व नाम - ब्रा.भारत विजय जैन 'भरतेश'
जन्म स्थान- आरोन जिला गुना (म.प्र.)
जन्म दिनाक - 14 नबम्बर 1977
शिक्षा - बी.ए.,, एम.ए.
मुनि दीक्षा - 14 अक्टूबर 2009
दीक्षा स्थल- अशोकनगर
विशेष - आपके लघु भ्राता भी मुनि है
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🙏मुनि श्री सुयश सागर जी🙏
पूर्व नाम - ब्रा.जितेश जी जैन
जन्म स्थान- दुर्ग (छत्तीसगढ)
जन्म दिनाक - 10 जनवरी 1980
शिक्षा - बी.कॉम.
मुनि दीक्षा - 14 अक्टूबर 2009
दीक्षा स्थल- अशोकनगर
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इस पावन अवसर पर मुनि त्रय के चरणों में कोटि कोटि नमोस्तु वे निरंतर निर्दोष चर्या का पालन करते हुए मोक्ष मार्ग में बढ़ते रहे ऐसी हम सभी भक्त कामना करते है।।
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आचार्य भगवन 108 विशुद्ध सागर जी महराज जी ससंघ श्री 1008 सुपार्श्वनाथ जैन मंदिर हाउसिंग बोर्ड भीलवाड़ा राजस्थान में विराजमान है।।
।।नमोस्तु शासन जयवंत हो।।
श्रमण संस्कृति सेवा समिति
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जय जिनेन्द्र 🙏
शुभ संध्या
@चिंता रहस्य @
!! 13/10/15!!
📒छोटी सोच:अधोलोक📒
जिसकी सोच छोटी और खोटी होती है वह अपनी ओछी सोच के दायरे से न बाहर न तो सोचता है और न ही उसके आगे मानता है ।जो मन में आ गई सो बस वही उसके लिए सर्वस्व होता है।
🌱माना की कोई ग्राम में रहने वाला कोई निर्धन पुरुष है, जिसके गृहग्राम से निकलकर दुनियाँ देखी ही न हो, झोपडी में जीवन गुजारा हो, उससे कोई शहर का पुरुष कहे शहर में बहुमंजिला भवन होते है तो वह विश्वास नहीं करेगा क्यों की उसकी सोच छोटी है ।🌱
👌जिसे जीवन में उत्कर्ष प्राप्त करना हो वह छोटी और खोटी सोच के लोगो से सलाह न ले।निंदा रसालुओ से अपने सुकार्य का अवलोकन न कराये, अन्यथा वह आप को भ्रमित कर देगा, हताश कर देगा।👌
📖सफलता का शिखर चढ़ना है तो सज्जन पुरुषो से ही अपने कार्य का अवलोकन कराये ।जो आपके समीचीन प्रशंसक हो आप को चाहते हो।📖
📕"सफल व्यक्तित्व ही सफलता की राह दिखा सकता है।"📕
कृतिकार📚- युग शिरोमणि आचार्य भगवन विशुद्ध सागर जी महाराज
📝श्रमण संस्कृति सेवा समिति