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आचार्यश्री के बैठते ही लाखों का हो गया मामूली पत्थर
आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ने विहार के दौरान जिस मामूली पत्थर को कुछ पल के लिए आसन बनाया था, वह पत्थर अब पारस का बन गया है। जैन धार्मावलम्बी पत्थर की कीमत पांच लाख रुपए तक लगा चुके हैं। जबकि इस पत्थर की कीमत महज तीस रुपए है। जिस व्यक्ति के पास यह पत्थर है वह इसे किसी भी कीमत पर नहीं बेचना चाहता। उसका कहना है कि यह पत्थर उसके लिए अनमोल है।
आचार्यश्री विद्यासागर महाराज दमोह से विहार कर पथरिया की ओर निकले थे। रास्ते में शहर से करीब नौ किलोमीटर दूर सेमरा तिराहे पर बलराम पटैल की चायपान की दुकान है। दुकान के सामने ही बरगद का पेड़ लगा है। आचार्य श्री कुछ पल के लिए बरगद के नीचे रखे पत्थर पर बैठ गए। आचार्य श्री को देख चाय दुकान संचालक बलराम गदगद हो गया। उसने आचार्य श्री के जाते ही पत्थर को सिद्ध स्थल पर रख दिया।
आचार्य श्री के आसन जमाने की बात सुनकर भक्त दुकान संचालक के पास पहुंचे। दुकान संचालक से पत्थर मांगने लगे। पांच हजार रुपए से शुरू हुई बोली पांच लाख तक पहुंच गई। लाख मनुहार करने के बाद भी दुकानदार ने पत्थर बेचने से मना कर दिया। उसने साफ कह दिया कि किसी भी कीमत पर यह पत्थर नहीं बेचेगा।
चाय दुकान संचालक बलराम पत्थर को अब ईश्वर की तरह पूज रहा है। उसका कहना है कि जिस संत के दर्शन पाने के लिए करोड़पति लाइन में खड़े रहते हैं। वह संत उनकी दुकान तक पहुंच गया। यह कोई मामूली बात नहीं है। वह उस पत्थर को आचार्यश्री की कृपा समझकर पूज रहा है।
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भगवान ऋषभदेव की भक्ति में समर्पित भक़्तामर स्तोत्र के रचेता मानतूंग आचार्य जी की समाधि स्थली:)
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Now this page has 43,000 Likes:)) congo.. Latest pic acharya shri vihar ke dauran.. हम तो बैठने से पहले सोचते हैं की साफ़ अच्छी जगह हो ओर ये संत के लिए धरती ही इनका आसन हैं:)) धन्य हैं दिगम्बर संत ओर उनकी चर्या ।।
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आज शाहपुर में गुरुमति माता जी ने आचार्य श्री की आगवानी की!!! Exclusive today click:)
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UPDATE today:) आज के विहार में गजब माहौल हैं, आचार्यश्री का बिहार सागर की ओर हुआ.. रस्ते में जगह जगह रंगोली सजाई जा रही उसी की एक झलक..
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मेरे मन के भाव... ---गुरू वर तक पहुँचा देना.
वो आपका रोज प्रतिदिन 30-35 km. विहार करना
वो आपका भगदड़ में रोज एक आहार करना..
फिर मीलों चलकर नगर से दूर निहार करना..
कैसे कर लेते हो गुरूवर..?
भगवान होकर भी बस इंसान बना रहना...
73 की उम्र मैं,तपस्या मैं जवान बने रहना..
सब जानते हो भूतऔर *भविष्षय..पर अंजान बने रहना..
कैसे कर लेते हो गुरूवर -?
ना कुछ बोलते हो ना देते हो,ना लेते हो..
ना कोई बताता है,ना सुनाता है,ना सताता है..
फिर भी दर्द सबके कैसे हर लेते हो गुरूवर...?
बोलो ना..
कैसे कर लेते हो गुरूवर ---
✍🏻.रचना..आशीष श्री जी तेन्दूखेडा
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👆🏽
देखिए वो पत्थर जो पारस को छूकर सोना बन गया 😊🌳 विहार के दौरान आचार्यश्री एक पत्थर पर बैठ गए। श्रावक लोग उस पत्थर को लेना चाहते थे लेकिन गाँव वालों ने वो पत्थर नहीं दिया। श्रावकों ने इस पत्थर की कीमत ₹ ५ लाख देने का प्रस्ताव रखा। लेकिन धन्य हैं वह गांव वाले जिन्होंने देने से मना कर दिया 😊
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Interesting UPDATE|| कल आचार्य श्री विहार के दौरान जिस पत्थर पर विराजमान थे उस पत्थर को ले जाने की होड़ गाँव वालों में लग गयी:) अहा.. दिगम्बर सरोवर के राजहंस विराजे वो जगह पवित्र होनी ही हैं:)) info by mr. Brajesh jain -उनका आभार इस जानकारी के लिए
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Is picture me koun koun hain.. kisi ko pata ho toh bataye.. it must be rarest pic.. isme Acharya Gyansagar ji, Acharya Vidyasagar Ji, Acharya Vardhmansagar ji.. toh dikh rahe hain.. around 48 year old picture:)) www.jinvaani.org
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Yesterday exclusive click ✿ पुण्य होगा तो ही सब अच्छा होगा| पुण्य नया हो या पुराना, बस समता रखो|---आचार्य भगवन विद्यासागर जी महाराज|
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Ahaa.. acharya shri mand mand muskaan:) rare picture.. www.jinvaani.org