Posted on 22.11.2023 17:47
दीक्षा दिवस 22 नवंबर 202320वीं सदी के प्रथम दिगंबर आचार्य श्री 108 शांति सागर जी महाराज क्षाणी परंपरा में आचार्य श्री 108 सुमति सागर जी महाराज के शिष्य सराकोद्धारक आचार्य श्री 108 ज्ञान सागर जी महाराज के द्वारा आचार्य श्री 108 सन्मति सागर जी महाराज की पावन प्रेरणा से निर्मित विश्व प्रसिद्ध कृति त्रिलोक तीर्थ बड़ा गांव के पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के अवसर पर ग्राम बसोद जिला बागपत उत्तर प्रदेश निवासी श्री अनिल जी को निग्रंथ दिगंबर जैनेश्वरी दीक्षा देकर मुनि श्री 108 ज्ञेय सागर नाम से अलंकृत किया।
15 नवंबर 2020 को गुरुवर आचार्य श्री 108 ज्ञान सागर जी महाराज की समाधि के पश्चात मुनि श्री 108 ज्ञेय सागर जी महाराज को वर्तमान पट्टाचार्य पद पर प्रतिष्ठित किया गया पूज्य आचार्य श्री 108 ज्ञेय सागर जी महाराज वर्तमान भौतिकवादी युग में आधुनिक सुविधाओं से दूर रहकर निर्दोषचर्या का पालन करते हुए आत्म कल्याण के पथ पर अग्रसर है आपके द्वारा अष्टान्हिका पर्व में 8 दिन का निर्जल उपवास एवं चातुर्मास में एक आहर एक उपवास का क्रम एवं आप अधिकतम समय स्वाध्याय व जाप में ही व्यतीत करते हुए निर्दोष चर्या का पालन कर रहे हैं।
धन्य हैं ऐसे संत जो कठोर साधना करते हुए आत्म कल्याण के पथ पर अग्रसर है हमारा यह परम सौभाग्य है हमें इस कलि काल में भी निर्दोषचर्या का पालन करने वाले दिगंबर महा मुनिराजों का सानिध्य व आशीर्वाद मिल रहा है चर्या शिरोमणी आचार्य श्री108 ज्ञेय सागर जी महाराज ससंघ के पावन चरणों में दीक्षा दिवस पर कोटि-कोटि नमन
नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु 🙏
Photos of पूज्य षष्टम पट्टाचार्य श्री 108 ज्ञानसागर जी मुनिराजs post
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