Your mind is not a dustbin, where useless and dirty objects may be put in.
So that your mind continues to be Lord's pure temple, do not put any other object in it, put only good things in it.
TAKEN FROM "ROJ KI EK SALAH" - BOOK BY ACHARYA MAHASHRAMAN
तुम्हारा दिमाग कूड़ादान नहीं है, जिसमें फालतु व गंदी वास्तु को डाल दिया जाए. तुम्हारा दिमाग प्रभु का पवित्र मंदिर बना रहे इसलिए उसमें जो कुछ भी मत डालो, अच्छी चीज़ ही डालो.