If our mind is prepared to handle the difficulties then the difficulties cannot make us sad.
Taken From "Roj Ki Ek Salah" - Book by Acharya Mahashraman
अगर हमारा मन कठिनाइयों को झेलने के लिए तैयार हो जाता है तो कठिनाईयां हमें दुखी नहीं बना सकती.