Violence also becomes a solution at times.
Like crooks, thugs can be brought under control by lathi charge.
Otherwise crimes will grow.
Taken From "Roj Ki Ek Salah" - Book by Acharya Mahashraman
हिंसा भी कहीं कहीं समाधान बनता है.
जैसे - बदमाश, गुण्डों पर लाठी चार्ज आदि करने पर वे नियंत्रण में आ जाते हैं.
अन्यथा अपराध बढ़ते हैं.