Update
♻❇♻❇♻❇♻❇♻❇♻
*श्रावक सन्देशिका*
👉 पूज्यवर के इंगितानुसार श्रावक सन्देशिका पुस्तक का सिलसिलेवार प्रसारण
👉 श्रृंखला - 19 - *व्यवस्था समिति गठन*
*व्यवस्था समिति अध्यक्ष की अर्हताएं* क्रमशः हमारे अगले पोस्ट में....
📝 धर्म संघ की तटस्थ एवं सटीक जानकारी आप तक पहुंचाए
🌻 *तेरापंथ संघ संवाद* 🌻
Source: © Facebook
*विशेष प्रस्तुति* -
🔹मार्च 2017 की जानकारी
👉 जैन एवं तेरापंथ पर्व
👉 पक्खी तारीख
👉 सूर्योदय सूर्यास्त समय
👉 दिन/रात का चौघड़िया
प्रस्तुति -🌻 *तेरापंथ संघ संवाद* 🌻
Source: © Facebook
*अणुव्रत गौरव अलंकरण घोषणा*
👉 वर्ष 2016-2017 के अणुव्रत गौरव अलंकरण की घोषणा
दिनांक 01-03-2017
प्रस्तुति - *तेरापंथ संघ संवाद*
Source: © Facebook
बथनाहा ssb कैम्प -
*पूज्यवर के सान्निध्य में मनाया गया 68 वां अणुव्रत स्थापना दिवस*
🔹56 बटालियन ssb डिप्टी कमांडर श्री मुकेश कुमार गौत्तम ने लिये नशा मुक्ति संकल्प
🔹महासमिति *अध्यक्ष श्री सुरेंद्र जैन, महामंत्री श्री अरुण संचेती, संगठन मंत्री श्री मदन मालु* सहित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
🔹 डिप्टी कमांडेट मणिकुमार सिंह, डॉ ए बी दास ने भाव व्यक्त किये।
प्रस्तुति -🌻 *तेरापंथ संघ संवाद* 🌻
Source: © Facebook
👉 *अणुव्रत स्थापना दिवस का आयोजन*
1. अहमदाबाद
2. सिरसा
3. श्री डूंगरगढ़
4. भवानीपटना
5. बोरावड़
👉 दिल्ली - अणुव्रत भवन में आध्यत्मिक मिलन
👉 शहापूरा (जिला नागपुर) - अणुव्रत विचार संगोष्ठी का आयोजन
👉 गुंकलाव (आं.प्र) - स्वच्छता प्रशिक्षण सेमिनार का आयोजन
👉 सरदारशहर - आध्यात्मिक मिलन
प्रस्तुति -🌻 *तेरापंथ संघ संवाद* 🌻
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
💢⭕💢⭕💢⭕💢⭕💢⭕💢
आचार्य तुलसी की कृति...'श्रावक संबोध'
📕अपर भाग📕
📝श्रृंखला -- 227📝
*तेरापंथी श्रावक*
*लाजपत की मां*
टुहाना के श्रावक लाला रणजीतसिंह जैन का पूरा परिवार श्रद्धाशील है। उनके परिवार में लाजपतराय, मदनलाल, ओमप्रकाश और कमल- ये चार पुत्र तथा रखी, शांति, शकुंतला और इलायची- ये चार पुत्रियां हैं। इन सब को धार्मिक संस्कार देने में लाला की पत्नी भूरी देवी का विशेष सहयोग रहा है। भूरी देवी की श्रद्धाभक्ति देखकर आचार्यश्री तुलसी ने उनको *'श्रद्धा की प्रतिमूर्ति'* इस सार्थक संबोधन से संबोधित किया। भूरी देवी के जीवन के संध्याकाल का एक प्रसंग उनकी प्रगाढ़ आस्था का सूचक है।
बात विक्रम संवत 2038 की है। उस वर्ष तेरापंथ धर्मसंघ से अलग हुए कुछ साधु धनमुनि, चंदनमुनि आदि 'टुहाना' गए। उन्होंने ठहरने के लिए लालजी का मकान मांगा। मकान उन्हें मिल गया। ऊपर की मंजिल में साधु ठहरे। नीचे लालजी की पत्नी श्राविका भूरी देवी रहती थी। वे वहां सात दिन रहे। श्राविकाजी एक बार भी उनके पास नहीं गईं। एक दिन धनमुनि स्वयं चलकर उनके पास गए और बोले-- 'माताजी हम आपके मकान में सात दिन रहे और आप एक बार भी ऊपर नहीं आईं। यह बात मेरे समझ में नहीं आ रही है कि आप हमारे पास आए बिना रहीं कैसे? आपको याद होगा, हम पहले यहां एक महीना रहे थे। उस समय आपको कितना तत्त्वज्ञान सिखाया और आपने हमारी कितनी भक्ति की थी।'
धनमुनि की बात सुन श्राविका भूरी देवी बोलीं-- 'महाराज! एक बात मेरी समझ में भी नहीं आ रही है कि आप जैसे संत संघ से अलग क्यों हो गए? मुझे आपका प्रवास और आपके पास सीखा हुआ तत्त्वज्ञान याद है। पर आप जानते हैं कि हम तो संघ के भक्त हैं। आपने संघ की मर्यादा तोड़ दी। अब हम आपके पास क्यों आएं? आप संघ की मर्यादा में चलो और फिर देखो हम आपके पास आते हैं या नहीं?' श्राविका जी से सीधा उत्तर सुनकर मुनिजी मौन हो गए।
*संघ भक्ति से ओतप्रोत लालचंदजी कोठारी (छापर) की धर्मपत्नी झमकू देवी ने अपने पति से जो कुछ कहा वह बहुत ही विलक्षण था* उन्होंने क्या कहा...? यह पढ़ेंगे... हमारी अगली पोस्ट में... क्रमशः।
प्रस्तुति --🌻तेरापंथ संघ संवाद🌻
💢⭕💢⭕💢⭕💢⭕💢⭕💢
News in Hindi
👉 फारबिसगंज (बिहार) से....
👉 पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री महाश्रमण की आज प्रातः की मोहनीय मुद्रा..
दिनांक: 01/03/2017
📝 धर्म संघ की तटस्थ एवं सटीक जानकारी आप तक पहुंचाए
प्रस्तुति - 🌻 तेरापंथ संघ संवाद 🌻
Source: © Facebook
01 मार्च का संकल्प
तिथि:- फाल्गुन शुक्ला तृतीया
समस्त युगीन समस्याओं का जिसमें निहित है समाधान।
दिया गुरु तुलसी ने अणुव्रत रूपी उपचार का वरदान।।
📝 धर्म संघ की तटस्थ एवं सटीक जानकारी आप तक पहुंचाए
🌻 *तेरापंथ संघ संवाद* 🌻
Source: © Facebook