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Are you the body of the soul, where are you investing your time for, body or soul?
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जिस प्रकार किसी का पैर टूट जाये,पैर में फ्रेक्चर हो जाये तो उसकी चाल भी ठीक तरह नही रहती हैं,उसी प्रकार जिसका सम्यग्दर्शन लचकदार(डिफेक्ट,दोषयुक्त) हो जाये तो उसकी चर्या भी लचकदार (शिथिल)हो जाती हैं। -आचार्य श्री विद्यासागर जी 🙂
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News in Hindi
परिग्रह (धन) कम करने से बढती है शान्ति, इनटेंशन सही हो तो नहीं होती टेंशन - आचार्य श्री विद्यासागर जी #AcharyaVidyasagar 🙂🙂🙏
श्रमण सूर्य आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी ने एक उदाहरण के माध्यम से बताया की जिस प्रकार एक लाइट (बल्ब) की सीरीस में अलग अलग वोल्टेज के बल्ब लगे होते हैं किन्तु उनको करंट बराबर सप्लाई दिया जाता है | मान लो शुरू में जीरो पॉवर का बल्ब लगा हो और ऐसे बड़ते क्रम में अंत में हैलोज़न लगा हो वहाँ लिखा है DANGER (खतरा)| जो जीरो पॉवर का बल्ब है वह भी प्रकाश देता है और जो हाई पॉवर हैलोज़न है वह भी प्रकाश देता है | कम वोल्टेज बल्ब के आस पास रौशनी होती है और अँधेरा उसे छू भी नहीं सकता कितना भी घोर अँधेरा क्यों न हो वह उस लाइट के प्रकाश को छू नहीं सकता | इसी प्रकार जिन लोगों के पास अधिक धन है उन्हें हाई टेंशन है DANGER (खतरा) है | उन्हें चैन की नींद नहीं आती है सोने के लिए भी दवाइयां खाते हैं और जो जीरो वोल्टेज है जिसके लिए कोई चार्ज नहीं लगता है वो हम लोग हैं जिनके पास कोई धन नहीं है और वे अल्प निद्रा में भी शांति और सुकून से रहते हैं | आचार्य श्री ने कहा की गृहस्थ को अल्प परिग्रह रखना चाहिये और जिनके पास ज्यादा परिग्रह है उन्हें उसे कम करना चाहिये जिससे वे सुख - शांति और सुकून से राह सकें | इनटेंशन सही हो तो नहीं होती टेंशन |
यह जानकारी चंद्रगिरि डोंगरगढ़ से निशांत जैन (निशु) ने दी है।
👆🏻समाज जन ध्यान दे👆🏻
😡राजस्थान सरकार 1000 साल पुराना *पदमपुरा जैन मंदिर* तोड़कर उधर एअरपोर्ट बनाना चाहती है, इसका पूरे जोर से विरोध होना चाहिए, ये कोई नया मंदिर नहीं है, और एअरपोर्ट नया बनाना है तो जैन मंदिर तोड़कर ही क्यों, क्या पूरे राजस्थान में कोई और जगह नहीं है सरकार के पास?
इससे बड़ी शर्मनाक बात नहीं हो सकती इसको शेयर करें और पूरे देश के जैनों को जगाओं, राजस्थान सरकार की इस सोच की निंदा और विरोध होना चाहिए✊🏻✊🏻✊🏻
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