' स्वस्थ ' शब्द बङा अच्छा है । इसका अर्थ ही होता है: स्वयं में स्थित । स्वास्थ्य का अर्थ ही होता है, जो स्वयं में स्थित हो गया । आत्मस्थ जो हुआ,वही स्वस्थ; बाकि सब बीमार ।
शरीर की बीमारी थोङे ही कोई बीमारी है; असली बीमारी तो आत्मा का अस्वस्थ होना है ।अपने से हट जाना, अपने केन्द्र से डावांडोल हो जाना: अस्वास्थ्य।अपने केन्द्र पर बैठे जाना, अडिग: स्वास्थ्य ।
शरीर की बीमारी थोङे ही कोई बीमारी है; असली बीमारी तो आत्मा का अस्वस्थ होना है ।अपने से हट जाना, अपने केन्द्र से डावांडोल हो जाना: अस्वास्थ्य।अपने केन्द्र पर बैठे जाना, अडिग: स्वास्थ्य ।