22.01.2012 ►Terapanth News 1

Published: 22.01.2012
Updated: 01.02.2012

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Ladnun: 22.01.2012

Swami Raghavacharya Addressed National Seminar at JVBU, Ladnun. Development of Consciousnesses Give Real Pleasure. Preksha Meditation is Useful to Awake Internal Energy: Swami Raghavacharya.

News in Hindi

चेतना के विकास से मिलता है वास्तविक सुख'-जैविभा

जैविभा विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेमिनार
लाडनूं जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो 22 जनवरी २०१२
रैवासा धाम पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज ने कहा कि चेतना के विकास के लिए विभिन्न धर्म-दर्शनों में कई तकनीकों व प्रविधियों का निरूपण किया गया है।

इस चेतना के विकास से ही वास्तविक सुख की प्राप्ति संभव है। वे यहां जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में बोल रहे थे। परा मनोवैज्ञानिक चेतना के विकास में ध्यान के महत्व के संबंध में आयोजित इस सेमिनार में देश के विभिन्न हिस्सों से आए विद्वानों ने पत्र-वाचन किए। सेमिनार के आखिरी दिन संबोधित करते हुए राघवाचार्य ने कहा कि जब जब भौतिक इंद्रियों के विकास को महत्व दिया गया, तब तब मनुष्य गर्त और पतन में गया है।

चिंतन के अभाव में आज अनाचार और दुराचार बढ़ता जा रहा है। आज व्यक्ति को फिर आत्मा के मूल स्वरूप पर विचार करना आवश्यक हो गया है। श्रवण, मनन द्वारा व्यक्ति अपनी आंतरिक चेतना का विकास करके वास्तविक सुख प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि चींटी से लेकर मानव तक सभी सुख के लिए आशातीत है, लेकिन सुखी वही है, जिसने चेतना का विकास किया है। उन्होंने प्रेक्षाध्यान को उपयोगी बताया और कहा कि भौतिकता की ओर से लौटकर अंतर्मुखी होने की जरूरत है।

Sources

Jain Terapnth News

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Sushil Bafana

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