Update
*2616 वां महावीर जयंती समारोह पर देश भर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रम* -
👉 जोरहट
👉 कोटा
👉 तिरुकलिकुण्ड्रम
👉 काठमाण्डू (नेपाल)
👉 कांलावाली
👉 कोयम्बटूर
👉पावापुरी - जैन विश्व भारती पदाधिकारी श्री चरणों में
👉 तिरूकलिकुण्ड्रम - walkaton का आयोजन
👉 सरदारशहर - धम्म जागरण का आयोजन
👉 कोयम्बत्तूर - मंगल भावना का कार्यक्रम आयोजित
👉 पालघर - भगवान महावीर जयंती के अवसर पर अहिंसा रैली का आयोजन
प्रस्तुति - *तेरापंथ संघ संवाद*
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Video
Source: © Facebook
दिनांक 10- 04- 2017 के विहार और पूज्य प्रवर के प्रवचन का विडियो
प्रस्तुति - अमृतवाणी
सम्प्रेषण -👇
📝 धर्म संघ की तटस्थ एवं सटीक जानकारी आप तक पहुंचाए
🌻 *तेरापंथ संघ संवाद* 🌻
👉 नालंदा (बिहार) से
👉 आज शाम का विहार - 2.5 km लगभग
👉 प्रवास स्थल - गौतम मंदिर, "नालंदा"
📝 धर्म संघ की तटस्थ एवं सटीक जानकारी आप तक पहुंचाए
🌻 *तेरापंथ संघ संवाद* 🌻
Source: © Facebook
*2616 वां महावीर जयंती समारोह पर देश भर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रम* -
👉 चुरू
👉 सवाईमाधोपुर
👉 राजनांदगांव
👉 गदग
👉 उत्केला (ओडिशा)
👉 सरदारशहर
👉 लौंगोवाल (पंजाब)
👉 पदराड़ा (राजस्थान)
👉 विशाखापट्टनम
👉 चेन्नई
👉 जयपुर - महावीर जयंती व मंत्री मुनि स्वागत समारोह
👉 हिरियुर - महावीर जयंती पर तेयुप द्वारा सेवा कार्य
👉 बैंगलोर - नशा मुक्ति अभियान
👉 सेलम -आध्यात्मिक मिलन
प्रस्तुति - *तेरापंथ संघ संवाद*
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
*2616 वां महावीर जयंती समारोह पर देश भर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रम* -
👉 कटक
👉 फरीदाबाद
👉 सिरसा
👉 वापी
👉 सिलीगुड़ी
👉 कांदिवली
👉 कोचीन
👉 ब्यावर
👉 भीलवाड़ा - महावीर जयंती व भिक्षु तेरस पर भजन संध्या का आयोजन
👉 हैदराबाद - महावीर जयंती पर मेगा मेडिकल केम्प का आयोजन
👉 इचलकरंजी - संगठन यात्रा
प्रस्तुति - *तेरापंथ संघ संवाद*
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
💢⭕💢⭕💢⭕💢⭕💢⭕💢
आचार्य श्री तुलसी की कृति आचार बोध, संस्कार बोध और व्यवहार बोध की बोधत्रयी
📕सम्बोध📕
📝श्रृंखला -- 26📝
*आचार-बोध*
*आशातना*
(दोहा)
*69.*
गुरु रत्नाधिक के प्रति हो अनुचित व्यवहार।
कहलाती आशातना, हैं तैतीस प्रकार।।
लय- देव तुम्हारे...
*70.*
शिष्य सुगुरु से सटकर
आगे और बराबर चले अगर।
खड़ा रहे बैठे वैसे ही
साधक अविनय में तत्पर।।
*71.*
एक पात्र में जल हो शैक्ष
आचमन ले गुरु से पहले।
शौच विहार भूमि से पहले
इरियावहिया गुण ले।।
*72.*
कौन जगे? सोए? गुरु पूछे
जागृत भी जो मौन करे।
रात्निक से पहले ही जो मुनि
आगंतुक के कान भरे।।
*73.*
अशन पान ला प्रथम शैक्ष से
आलोचे वा दिखलाए।
करे निमंत्रित उसे बाद में ही
गुरु के सम्मुख लाए।।
*74.*
गुरु बिन पूछे ही औरों को
दे दे सहयाचित भोजन।
स्वादु-स्वादु खाए सहभोजी
सुना-अनसुना गुरु-शिक्षण।।
*75.*
बोले उच्छृंखलतापूर्वक
'क्या है' ऐसे वाक्य कहे।
तू-तू लघु संबोधन बोले
प्रतिप्रश्नों की धार बहे।।
*76.*
धर्मकथा सुनकर इत्येवं
अनुमोदन उसका न करे।
याद नहीं है तत्त्व आपको
यों कहता भी नहीं डरे।।
*77.*
धर्मकथा विच्छेदन धर्मसभा का
ज्यों-त्यों भंग करे।
उसी सभा में वही कथा
दोहराकर सब में भ्रांति भरे।।
*78.*
पैर लगा हो पट्टादिक के
बिना क्षमा मांगे जाए।
गुरु आसन पर खड़ा रहे
बैठे या सोए इठलाए।।
*79.*
ऊंचे या सम आसन पर जो
खड़ा रहे बैठे सोए।
बैठा ही गुरु को उत्तर दे
आब स्वयं की वह खोए।।
*आशातना* के बारे में जानेंगे-समझेंगे... हमारी अगली पोस्ट में... क्रमशः...
प्रस्तुति --🌻तेरापंथ संघ संवाद🌻
💢⭕💢⭕💢⭕💢⭕💢⭕💢
🔆⚜🔆⚜🔆⚜🔆⚜🔆⚜🔆
जैनधर्म की श्वेतांबर और दिगंबर परंपरा के आचार्यों का जीवन वृत्त शासन श्री साध्वी श्री संघमित्रा जी की कृति।
📙 *जैन धर्म के प्रभावक आचार्य'* 📙
📝 *श्रंखला -- 26* 📝
*आगम युग के आचार्य*
*ज्योतिपुञ्ज आचार्य जम्बू*
*पूर्व भवों में सुधर्मा और जम्बू*
सुधर्मा और जम्बू का पूर्व के पांच भवो का इतिवृत्त ग्रंथों में मिलता है। प्रथम भव में सुधर्मा और जम्बू दोनों में भ्रातृ संबंध था। सुधर्मा का नाम भवदत्त और जम्बू का नाम भावदेव था। भवदत्त ने भावदेव को बोध दिया और उसे दीक्षित कर आत्मकल्याण का मार्ग प्रशस्त किया। भवदत्त एवं भावदेव दोनों संयम की आराधना कर स्वर्ग में गए। उसके बाद सागरदत्त और शिवकुमार नाम के दो राजकुमार हुए।
सागरदत्त का जन्म पुण्डरीकिणी नगरी में और शिवकुमार का जन्म वीतशोका नगरी में हुआ। सागरदत्त के पिता का नाम वज्रदत्त एवं माता का नाम यशोधना था और शिवकुमार के पिता का नाम का पद्मरथ और माता का नाम वनमाला था। सागरदत्त ने मुनि-दीक्षा ग्रहण कर शिवकुमार को बोध दिया। शिवकुमार ने श्रावक-धर्म की आराधना की और बारह वर्ष तक कठोर तप किया। यहां से समाधि मरण प्राप्त कर दोनों पुनः देव हुए। देवायु को पूर्ण कर दोनों मनुष्य के लोक में आए। मनुष्य लोक में संसार में उनको सुधर्मा और जम्बू के नाम से पहचाना। सुधर्मा का जन्म ब्राह्मण परिवार में और जम्बू का जन्म वैश्य परिवार में हुआ। इस पांचवे भव में भी श्रेष्ठी कुमार जम्बू को आचार्य सुधर्मा से बोध मिला, यह वर्णन वीर कवि रचित *'जम्बूस्वामीचरिउ'* ग्रंथ में है।
*'जम्बूचरियं'* ग्रंथ के रचनाकार गुणपाल ने मुनि सागरदत्त का उसी भव में मोक्ष माना है। शिवकुमार ने विद्युन्माली देव बनने के बाद जम्बू के रूप में जन्म लिया।
*समकालीन राजवंश* के बारे में विस्तार से जानेंगे... हमारी अगली पोस्ट में... क्रमशः...
प्रस्तुति --🌻तेरापंथ संघ संवाद🌻
🔆⚜🔆⚜🔆⚜🔆⚜🔆⚜🔆
♻❇♻❇♻❇♻❇♻❇♻
*श्रावक सन्देशिका*
👉 पूज्यवर के इंगितानुसार श्रावक सन्देशिका पुस्तक का सिलसिलेवार प्रसारण
👉 श्रृंखला - 51 - *मंच व्यवस्था*
*बहिर्विहार आयोजन* क्रमशः हमारे अगले पोस्ट में....
📝 धर्म संघ की तटस्थ एवं सटीक जानकारी आप तक पहुंचाए
🌻 *तेरापंथ संघ संवाद* 🌻
Source: © Facebook
💠🅿💠🅿💠🅿💠🅿💠🅿💠
*प्रेक्षाध्यान के रहस्य - आचार्य महाप्रज्ञ*
अनुक्रम - *भीतर की ओर*
*प्राणकेन्द्र -- [ 2 ]
नाक श्वास के भीतर जाने का मुख्य द्वार है । दोनों नथुनों से श्वास भीतर जाता है और बाहर आता है । श्वास प्रेक्षा में श्वास के भीतर जाने और बाहर आने को देखा जाता है ।
प्राण केन्द्र नाक का अग्रभाग है या दोनों नथुने है अथवा श्वास का संधिस्थल है? वास्तव में जो श्वास का संधिस्थल है वह प्राण केन्द्र है ।नासाग्र शब्द के द्वारा उस पूरे प्रदेश का संबोध होता है । यह पूरा प्रदेश प्राण केन्द्र का प्रभाव क्षेत्र है । ध्यान का प्रयोग मूल केन्द्र और उसके प्रभाव क्षेत्र ---- दोनों पर करना चाहिए ।
10 अप्रैल 2000
प्रसारक - *प्रेक्षा फ़ाउंडेशन*
प्रस्तुति - 🌻 *तेरापंथ संघ संवाद* 🌻
💠🅿💠🅿💠🅿💠🅿💠🅿💠
*2616 वां महावीर जयंती समारोह*
👉 लाडनूं
👉 वीरगंज (नेपाल)
प्रस्तुति - *तेरापंथ संघ संवाद*
Source: © Facebook
Source: © Facebook
👉 सुजानगढ़ - महावीर जयंती पर प्रभात फेरी का आयोजन
👉 कोयम्बत्तूर - "एक रिश्ता मिठास का" कार्यशाला का आयोजन
👉 बारडोली - जैन संस्कार विधि के बढ़ते चरण
👉 चेन्नई - वंदे मातरम कार्यक्रम का आयोजन
👉 तिरुपुर - नवयुवती सम्मेलन आयोजित
👉 राजनांदगांव - महावीर प्रश्नोत्तरी का आयोजन
प्रस्तुति - 🌻 *तेरापंथ संघ संवाद*🌻
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
News in Hindi
👉 *पूज्य प्रवर का आज का लगभग 13.4 किमी का विहार..*
👉 *आज का प्रवास - नालंदा*
👉 *आज के विहार के दृश्य..*
दिनांक - 10/04/2017
📝 धर्म संघ की तटस्थ एवं सटीक जानकारी आप तक पहुंचाए
*प्रस्तुति - 🌻 तेरापंथ संघ संवाद* 🌻
Source: © Facebook
👉 *पूज्यवर का पावापुरी के प्रशिद्ध जलमंदिर में पदार्पण*
दिनांक - 10-4-2017
प्रस्तुति - *तेरापंथ संघ संवाद*
Source: © Facebook
👉 पावापुरी से...
👉पूज्य प्रवर के मंगल सन्निधि से आज प्रातः काल का मनोहारी दृश्य
📝 धर्म संघ की तटस्थ एवं सटीक जानकारी आप तक पहुंचाए
🌻 *तेरापंथ संघ संवाद* 🌻
Source: © Facebook
*पूज्यवर का प्रेरणा पाथेय*
👉 *जैन श्वेताम्बर तेरापंथ के ग्यारहवें अनुशास्ता के नेतृत्व में हुआ समायोजन*
👉 उमड़े श्रद्धालु, धर्मशाला परिसर में तील रखने की भी नहीं बची जगह
👉 चारों संप्रदाय प्रमुखों ने भगवान महावीर के बताए रास्ते पर चलने का दिया ज्ञान
👉 सभी प्रमुखों ने आचार्यश्री का किया अभिनन्दन, इस जयंती को बताया अलौकिक
👉 साध्वीप्रमुखाजी, मुख्यनियोजिकाजी, साध्वीवर्याजी और मुख्यमुनिश्री ने भी श्रद्धालुओं को दी मंगल प्रेरणा
👉 *तीनों आचार्यों ने भगवान महावीर के संदेशों पर चलने को किया उत्प्रेरित*
दिनांक 09-04-2017
📝 धर्म संघ की तटस्थ एवं सटीक जानकारी आप तक पहुंचाए
🌻 *तेरापंथ संघ संवाद* 🌻
Source: © Facebook
Source: © Facebook