ShortNews in English
Parlu: 03.06.2012
Acharya Mahashraman gave Diksha to Mumukshu Parimal. History created in Parlu as it was first Diksha function in Parlu in 253 years history of Terapanth Sect. Acharya Mahashraman said to follow five Mahavrata and to follow teaching of Lord Mahavir is Diksha.
News in Hindi
पारलू की मुमुक्षु परिमल बनी साध्वी प्रबुद्धयशा
आचार्य महाश्रमण के सान्निध्य में ली दीक्षा, पारलू की पहली साध्वी
साभार: भास्कर न्यूज. बालोतरा
(प्रस्तुति-संजय मेहता, जैन तेरापंथ न्युज)
निकटवर्ती पारलू गांव में शनिवार सवेरे 8 बजे आचार्य महाश्रमण ने मुमुक्षु परिमल को दीक्षा देकर उनका प्रबुद्धयथा नामकरण कर रजोदंड धारण करवाने पर खचाखच भरा पांडाल ओम अर्हम से गुंजायमान हो गया।
आचार्य महाश्रमण ने इस अवसर पर अपने उपदेश में कहा कि त्याग एवं संयम का नाम ही दीक्षा है। जीवन में पंच महाव्रतों को धारण कर भगवान महावीर के उपदेशों को आत्मसात कर काया का कल्याण करना ही दीक्षा है। पारलू ग्राम में 253 वर्षों से तेरापंथ के इतिहास में यह प्रथम दीक्षा का कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस ऐतिहासिक दीक्षा महोत्सव में हजारों की संख्या में आस-पास के नगरों एवं गांवों सहित समदड़ी, बालोतरा, आसोतरा, टापरा, पचपदरा, कनाना एवं जसोल से धर्मावलंबी सम्मिलित हुए। प्रबुद्ध यशा ने अपने उद्बोधन में सभी सज्जनों को नशा से दूर रहने का उपदेश दिया। इस मौके चौधरी समाज के लोगों ने अफीम का विभिन्न सामाजिक अवसरों पर त्याग करने का संकल्प लिया। अमराराम चौधरी, अध्यक्ष आंजणा समाज ने इसका समर्थन किया। इस अवसर पर महावीर गोलेच्छा, पहाड़सिंह राजपुरोहित, सिवाना विधायक कानसिंह कोटड़ी, सरपंच नारायणलाल मेघवाल, उपसरपंच मुरारदान, संयोजक रामलाल बागरेचा, भाजपा नेता जबरसिंह भाटी, तेजप्रकाश वैष्णव, पूर्व सरपंच सुमेरमल बाफना, घेवरचंद गोलेच्छा, नोडल अधिकारी देवपालसिंह जुगतावत, विजयराज सुराणा, देवीचंद चौपड़ा सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।