News in Hindi
आत्म संयम का पर्व है पर्युषण
भीम १८ अगस्त २०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
जप, तप अनुष्ठान से धार्मिक क्रियाएं फलीभूत होती है: सम्यक प्रभा: तेरापंथ सभा भवन में साध्वी सम्यक प्रभा ने कहा कि शास्त्रोक्त विधि सम्मत व व्यवस्था से किए गए जप-तप, अनुष्ठान और अन्य धार्मिक क्रियाएं ही फलीभूत होती हैं, इनके नतीजे भी सकारात्मक निकलते हैं। उन्होंने नमस्कार महामंत्र को सर्वोत्कृष्ट मंगल बताया। साध्वी ने पर्युषण को अलौकिक पर्व बताया। साध्वी सौम्यप्रभा, कुमकुम हींगड़, भरत हींगड़, मनोहर लाल चावत ने भी विचार रखे। कार्यक्रम में जिनेश मांडोत, गोकुल चंद मुणोत, सोहनलाल देरासरिया, हेमंतदास, लक्ष्मण दास, मुन्नालाल मुणोत, सुरेश कोठारी, लोकेश दक, महावीर चौरडिय़ा, माणकचंद भटेवरा, मनोज दक, संपत राज दक, रोशनलाल पितलिया, महावीर भटेवरा, चांदमल दक आदि मौजूद थे।