22.12.2024:
ABTMM Tatva Gyan Online Study Team 2024
Akhil Bhartiya Terapanth Mahila Mandal is an organisation which was established in 1966 by His Highness AcharyaTulsi for the holistic development of women. The Spiritual Convenor of this organisation is Shasan Gaurav Sadhvi Kalplata ji. It's headquarters are situated at Jain Vishwa Bharti, Ladnun, Rajasthan.
This organisation works for the empowerment of women and the girl child. It conducts various projects for their growth and development. Among these projects, one of them is the “Acharya Tulsi Shiksha Pariyojna”. Under this project, two types of exams are conducted - Tatvgyan and Terapanth Darshan.
Tatvgyan is a 6 year course which teaches about Jain Metaphysics and the basic elements of Jainism. The course comprises some important topics like 25 bol ki Charcha, 25 bol ki Chaturbhangi, Karm Prakriti, 52 Bol, 21 Dwar, Laghu Dandak, Sanjaya, Niyantha, Gataagat and Kaayasthiti.
Terapanth Darshan is a 5 year course which focuses on the evolution and history of Jain Shwetambar Terapanth Sangh. The course has various literature on the principles of Terapanth and its legendary Acharya tradition and their legacies.
Under the blessings of the present head Acharya Mahashraman ji , the organisation is making new inroads in the spiritual upliftment of its members. The course was started with the blessings of Acharya Mahapragya in 2002. Shasan Shree Sadhvi Jinprabha ji works effortlessly to give guidance on the updation and clarification of the study material.
At present , Smt. Sarita Daga is the President and Smt. Nitu Ostwal is the Secretary of the organisation. Smt. Neelam Sethia is the Immediate Past President and Smt. Madhu Derasariya is the Past Secretary.
This year , the Tatvgyan and Terapanth Darshan exams were conducted on the 18th and 21st of December all over the country at 98 examination centres . 1332 people filled form for examination Around 750 students appeared for the exams.
USA center became operational since 2022.
4 candidates successfully completed Jain Tattva Vidya Year 3 in 2024. 8 new candidates studied in 2024 and gave First year exams in Dec 2024. New batch will start again in jan 2025. Support of Dr. Sunil Anchalia is praiseworthy.
The preparation for the exam was done online through various whatsapp groups, audios, question-answers ,quizzes ,zoom meetings and doubt clearing sessions.
Dr. Manju Nahata was instrumental in providing guidance and solutions on complex and advanced subject matters.
An entire team of dedicated officials and teachers put their best efforts for the smooth conduct of these exams. Some important members of the team are :
Director : Smt. Pushpa Bengani
Convenor : Smt. Kusum Bengani
Online Study Coordinator: Sushil Bafana
Pushpa Bengani is a former President and is head of this project for the past many years. She is also the editor of the magazine "Jain Bharti". Her exceptional intellectual ability and efficient work skills are such that many call her a human or moving University.
Teachers
Class 1 :
Smt. Praveena Banthia , Smt. Kanak Bucha,Smt.Sunita Anchalia (USA),Smt. Chanda Choraria, Smt. Rajshree Pugalia, Smt. Purnima Kathotia and Smt. Sweety Chaplot.
Class 2 :
Smt. Pushpa Baradiya, Smt. Nita Sethia, Smt. Usha Sirohia and Smt. Poonam Gaadiya, Smt Meena Dugar
Class 3 :
Smt. Seema Kothari, Smt. Jaya Bothra, Smt. Vishaka Daftari
Class 4 :
Smt. Rekha Sanklecha, Smt. Saroj R Baid, Smt Jayanti Singhi, Smt. Renu Dugar,
Class 5 :
Smt. Deepali Sethia,Smt. Pushpa Rampuria, Smt Rajul Manot and Smt Shalini Lunkad.
Class 6 :
Smt. Sarla Surana and Smt. Sushma Gulgulia.
Vimala ji Singhvi imparted training on the Gitika(song) in all the parts of the course.
Smt. Saroj Baid gave training of Avbodh and Nav Padarth
Jain Tatva Vigya teachers... Dr Pukhraj Sethia, Dr Veena Samsukha, Smt. Chand Chhajer, Smt Vidya Ghorawat, Smt Sunita Surana, Smt Pukhraj Lunawat.
Shanti Banthia and Sarla Surana along with Pushpa Bengani and Kusum Bengani taught Terapanth Darshan.
Trial Oral examination were taken by Sushma Gulgulia, Sarla Surana, Sushil Bafana and Ranjana Dugar.
Special Trainers:
Smt. Manju Sethia, Smt Shilpa Baid, Smt. Pushpa Minni, Smt Dr Premlata Choraria
Dr. Samani Chaitanya Pragya and Dr. Samani Him Pragya taught Bhagwati Agam through Zoom. Her training was very helpful for students of Vigya.
अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मण्डल की स्थापना आचार्य श्री तुलसी की दूरदर्शिता का परिचायक है। शासन गौरव साध्वी कल्पलता जी संगठन की आध्यात्मिक पर्यवेक्षक है। मंडल महिलाओं के चहुमुखी विकास और कन्याओं के उत्थान के लिए सतत कार्य करता है। विभिन्न आयामों में शिक्षा के विकास के लिए एक बहुमुखी योजना “आचार्य तुलसी शिक्षा परियोजना” है। इसके अंर्तगत कई पाठ्यक्रम संचालित होते है। “तत्त्व ज्ञान” और “तेरापंथ दर्शन” प्रचेता बनाने का कार्य भी इस योजना के तहत किया जाता है। 6 वर्षीय तत्त्व ज्ञान पाठ्यक्रम में अनेक थोकड़ो का ज्ञान करवाया जाता है और 5 वर्षीय तेरापंथ दर्शन कोर्स में तेरापंथ के इतिहास और मौलिक सिद्धांतो के बारे में बताया जाता है। थोकडो के अंर्तगत- 25 बोल की चर्चा, 25 बोल की चतुर्भङ्गी, कर्म प्रकृति, जैन तत्व प्रवेश,बावन बोल, इक्कीस द्वार, लघु दंडक, संजया, नियठा, गतागत और काय स्थिति मुख्य है।
वर्तमान में सरिता डागा अध्यक्ष और नीतू ओस्तवाल मंत्री पद पर है. श्रीमती नीलम सेठिया पूर्व अध्यक्ष और मधु देरासारिया पूर्व महामंत्री है।
वार्षिक परीक्षा 18 और 21 दिसंबर 2024 को सानंद सम्पन्न हुई। कुल 98 केंद्र से 1332 परीक्षाथियो ने फॉर्म भरा था। 750 लगभग सदस्यों ने परीक्षा दी है. परीक्षा का उच्च स्तर कायम रखने में आयोजक सजग है.
इस परिजोजना में शासन श्री साध्वी जिनप्रभा जी का सतत मार्गदर्शन प्राप्त होता रहता है।
परियोजना की निर्देशिका श्रीमती पुष्पा जी बेंगानी और संयोजिका कुसुम जी बेंगानी है। वर्तमान में महिला मंडल की मुख्य ट्रस्टी पुष्पा जी बैंगानी, अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की पूर्व अध्यक्ष भी है और अनेक वर्षों से इस महनीय दायित्व को निभा रही है। आप जैन भारती की संपादक भी है। इनके ज्ञान और कार्य क्षमता के आधार पर इनको चलता फिरता विश्वविद्यालय भी कहा जाता है।
ऑनलाइन स्वाध्याय के संयोजक श्री सुशील बाफना है, जिनके साथ पूरी टीम ने व्हाट्सएप ग्रुपों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया। ऑडियो, जूम मीटिंग,जिज्ञासा समाधान, क्विज आदि माध्यम से पढ़ाया गया।
गत 3 वर्ष से अमेरिका में स्थापित परीक्षा केंद्र भी सुचारु रूप से गतिशील है। इस वर्ष कक्षा के 8 नये विधार्थी जुड़े। अमेरिकी छात्रों को जोड़ने में डॉ सुनील जी आंचलिया का सराहनीय योगदान रहा।
अध्यापन टीम में सरला जी सुराना, सुषमा जी गुलगुलिया, दीपाली जी सेठिया, पुष्पा जी रामपुरिया, रेखा जी संकलेचा, सरोज आर बेद, सीमा जी कोठारी, जया जी बोथरा, विशाखा जी दफ्तरी, नीता जी सेठिया, पुष्पा जी बरडिया, रेणु जी दूगड़, प्रवीणा जी बांठिया, कनक जी बुच्चा, चंदा जी चोरडिया, राजश्री जी पुगलिया, सुनीता जी आंचलिया ,राजुल जी मणोत, शालिनी जी लुंकड, जयंती जी सिंघी, मंजु जी सेठिया, पूनम जी गादिया, पूर्णिमा जी कठौतिया, रंजना जी दुगड़, स्वीटी जी चपलोत, उषा जी सिरोहिया।
तत्त्व विज्ञ 1,2, 3 में डॉ पुखराज सेठिया, डॉ वीणा सामसुखा, चांद छाजेड़, विद्या घोडावत, सुनीता सुराणा और पुखराज लूणावत ने अध्यापन करवाया।
मौखिक परीक्षा हेतु मार्गदर्शन सुषमा गुलगुलिया, सरला सुराणा, सुशील बाफना और रंजना दुगड़ ने प्रदान किया।
तेरापंथ दर्शन का अध्यापन शांति बांठिया, सरला सुराणा ने पुष्पा बेंगानी और कुसुम बैंगाणी के साथ प्रदान किया।
विमला जी सिंघवी ने गीतिकाओं का अध्ययन सभी क्लासों में करवाया।
विशेष क्लास में चांद जी छाजेड़ और शांति जी बांठिया , शिल्पा जी बैद, पुष्पा जी मिन्नी, प्रेमलता जी चोरड़िया का योगदान रहा।
एडवांस पाठ्यक्रम और किसी भी कठिन तात्विक उलझन के समाधान में डाॅ मंजू जी नाहटा का सहयोग मिला।
समणी चैतन्य प्रज्ञा जी और समणी हिम प्रज्ञा जी ने भगवती आगम का विशेष प्रक्षिशण जूम के माध्यम से दिया।