Biratnagar 25.05.2024:
Annual function of Gyanshala organised in presence of Sadhvi Swarnrekha. 65 Gyanshala children took part in it. Sadhvi Shree told Gyanshala project was started by Acharya Tulsi. Acharya Mahashraman focus on Gyanshala.
Sadhvi Swastika Shree also addressed children.
ज्ञानशाला वार्षिकोत्सव : विराटनगर में
विराटनगर। महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के विदुषी सुशिष्या साध्वी स्वर्णरेखा जी के सान्निध्य में ज्ञानशाला का वार्षिकोत्सव मनाया गया। गणपति पूज्य गुरुदेव के स्वप्न को सच करने वाली है - ज्ञानशाला। ज्ञानशाला के दर्पण में ही संस्कारों की छवि निहारने को मिलती है। आज के नौनिहाल ही देश के, संघ के कर्णधार बन सकते हैं उपर्युक्त विचार साध्वीश्री जी ने नन्हें-नन्हें बच्चों को संबोधित करते हुए फरमाया। साध्वीश्री जी ने आगे फरमाया - ज्ञानशाला शौर्य, पराक्रम की ऐसी पाठशाला है जहां बच्चों को अपने पुरुषार्थ पर भरोसा करना सिखाती है, जागरूकता से जीना सिखाती है। जहां आकर बच्चे यह सीखने का प्रयत्न करते हैं कि कहां ब्रेक लगाना है, कैसे अपने को बैलेंस में रखा जा सकता है, किस दिशा में बाउंड्री बनाकर अपनी दशा सुधारी जा सकती है। इसके लिए शिक्षण - प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। प्रशिक्षिका बहनें निस्वार्थ सेवाओं से बच्चों के संस्कारों का आधार बनती है। स्वयं का समय विसर्जन करते हुए बच्चों के ज्ञान अर्जन में सहयोगी बनती है। साध्वी स्वस्तिका श्री जी ने अपने विचार रखते हुए बच्चों को प्रेरणा दी। स्थानीय सभाध्यक्ष सतीश जी दुगड़, स्थानीय सभा मंत्री सुरेन्द्र जी नौलखा ने अपने विचार वक्तव्य के माध्यम से रखें। ज्ञानशाला संयोजिका ममता सिंघी ने अपने विचार तथा लगभग 65 बच्चों के साथ चलने वाली ज्ञानशाला की गतिविधि से सबको परिचित कराया। ज्ञानशाला के लगभग सभी बच्चों ने भिन्न-भिन्न रूप में आकर्षक प्रस्तुतियां दी। शिशु - संस्कार - बोध में प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले को सभा की ओर से पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का प्रारम्भ ज्ञानशाला के बच्चों के मंगलाचरण से हुआ एवं संचालन प्रशिक्षिका विनती सुराणा ने किया।