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कल आचार्य श्री की विदिशा में भव्य मंगल प्रवेश!! चातुर्मास की सम्भावना....
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भोपाल में आगवानी के लिए आज meeting.. सवा लाख लोग करेंगे आगवानी!!
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Breaking UPDATE & today pic: #chaturmas आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज कृषि उपज मंडी विदिशा पहुचे.. यहाँ से विदिशा की दूरी मात्र 4 किमी है.. आज रात्रि विश्राम मृदा परीक्षण केंद्र में होगा..जो की मंडी प्रांगण में ही है.. आचार्य श्री आज हिरनायी में जिनेंद्र देव दर्शन करते हुए!!
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Jay Jinendra all 47,000:) now we are 47k group.. thanks alot for your contribution, sharing and reading and please please one request do read our Jain scriptures.. Jain dharma is just gem when you read and apply in life and one request of admin please never trap in biased things [ either panthvaad, sadhuvaad ] else your life will be ruined. May Acharya shri bless all of us:) Acharya Shri is just following his path.. aka JInendra dev path.. But it is we that who create difference and disturb brotherhood.!!
thankU:)
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#chaturmas #sudhasagar ✿ सम्यज्ञ दर्शन जैन का जीवन और मोत -सुधासगरजी
दिगंबरजैन संत सुधासागर ने कहा कि मरकर भी जो गुरु पर आंच नहीं आने देता वही सच्चा शिष्य होता है। सम्यक दर्शन भी जैन का जीवन है और वही मौत भी। सम्यक दर्शन नष्ट होना मौत का कारण है। उन्होंने कहा कि बच्चों में जैन संस्कार डालने के लिए उन्हें जैन स्कूलों में पढ़ाएं। ऐसे स्कूल में भेजें जहां मांसाहार का उपयोग न होता हो। चातुर्मास का संबंध नक्षत्रों से है। सूर्य डूबने का मतलब नक्षत्र से है। पानी बरसने से कोई लेना-देना नहीं है। जमीन ठंडी होकर दलदल होती है तब चातुर्मासिक जीवों की उत्पत्ति होती है।।
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#vidyasagar #chaturmas ✿ Big Congo for 47,000 Likes now to this page:)) विदिशा का नन्हा बालक आचार्य भगवन के आगमन पर अपना ढोल बजाकर स्वागत करता हुआ, आचार्य भद्राबाहु स्वामी की याद दिलाता चित्र:)) ।
15 की सुबह होगा आचार्यश्री का मंगल प्रवेश विदिशा में, विदिशा जैन समाज भी आचार्य विद्यासागर महाराज के चातुर्मास की तैयारियां कर रहा है। आचार्यश्री के साथ 28 मुनियों का संघ है।
विदिशा में फिर से हो सकता है चातुर्मास
करीब 2 साल बाद विदिशा में फिर से आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का चातुर्मास हो सकता है। वे साल 2014 में शीतल विहार न्यास में 40 मुनियों के साथ चातुर्मास करने आए थे।। ग्यारसपुर से विदिशा तक बस एक ही बात की चर्चा है कि आखिर महाराजजी चातुर्मास विदिशा में करेंगे या भोपाल में।
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वीतरागता की राह चलते.. ध्यान में डूबे हैं गुरु जी.. विद्यासागर के ये हैं मोती.. मोक्ष का लक्ष्य बनाया गुरु जी.. मुझे भी ले चालों गुरुदेव.. भगवान की शरणा गुरु जी:) क्षुल्लक ध्यानसागर जी हस्तिनापुर में विराजित हैं ।
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मैं तुम्हारे वंश का भटका हुआ हूँ देवता..
आत्म तत्व छोड़कर मैं जगत को देखता..
ये अनादिकाल की भूल का ही कृत्य हैं..
सिद्ध नाम सत्य हैं, अरिहंत नाम सत्य हैं..
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जय हो प्रभु!!!
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धर्म पथ देता हैं पंथ नहीं.. हठवाद समस्या पैदा करता हैं (Dharma is the way to live, it is beyond bias, stubbornness causes of problems hence it disturbs inner peace first.
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स्यादवाद सप्तभंगी अनेकांत से हैं रंगी.. चारु चंद्रमा सी उज्जवल ज्योति प्रगताड़े ना.. जिनवानी माँ:)
ऐ जिनेंद्र प्रभु आपका अनेकांतवाद का जो RULE आपने दिया.. जो तो amazing हैं.. ये RULE कहता हैं जो मेरा thought हैं सिर्फ़ वही सत्य नहीं हैं बल्कि जो दूसरे सोचते हैं वह भी truth का part हैं! आपके मानने वाले कोई फल से पूजा करे तो कोई मेवा से करे तो कोई रत्नो से पूजा करे ओर सब पुण्य कमाए जाते हैं सब भावना हैं उनकी.. सब अलग अलग thought रखते हुए भी वात्सल्य rakhte ह एक दूसरे से.. जब जीव मात्र के लिए दया की बात हैं तो कोई पूजा अभिषेक के नाम पर तो बिलकुल नहीं लड़ सकता जिसके दिल में आपका वास हैं ओर जिसने धर्म को सही meaning में समझा हैं:)