22.05.2018 ►SS ►Sangh Samvad News

Published: 22.05.2018
Updated: 24.05.2018

Update

Video

Source: © Facebook

👉 प्रेरणा पाथेय:- आचार्य श्री महाश्रमणजी
वीडियो - 22 मई 2018

प्रस्तुति ~ अमृतवाणी
सम्प्रसारक 🌻 *संघ संवाद* 🌻

https://www.facebook.com/SanghSamvad/

🌈 *23/05/2018 मुनि वृन्द एवं साध्वी वृन्द के दक्षिण भारत में सम्भावित विहार/ प्रवास सबंधित सूचना* 🌈
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*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
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🔹 *आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री धर्मरूचि जी ठाणा 4 का प्रवास*
*गणपतराज जी सुराणा*
16,trust square street
Ramlilingapuram
Chennai-12
☎ 8910991981,9884901680
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*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
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🔹 *आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ति मुनिश्री मुनिसुव्रत कुमार जी ठाणा 2* *का प्रवास*
*जैन तेरापंथ सभा भवन*
no:5 thalaytham bazzar
*गुडियात्तम 632602*
(बेंगलुरु - चेन्नई हाईवे)
☎ 9602007283,9345910555
9488921371
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*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
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🔹 *आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री रणजीत कुमार जी एवं मुनि श्री रमेश कुमार जी ठाणा 3 का प्रवास*
*तेरापंथ सभा भवन*
*राजाजीनगर,बेंगलुरु*
☎ 9448385582,
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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🔹 *आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री ज्ञानेन्द्र कुमार जी ठाणा 3 का प्रवास*
*श्रेयांस कुमार जी विनय कुमार जी सेठिया के निवास स्थान पर*
*No.78 A,Sannidhi Street,*
*तुरुवनन्नामलाई*
☎ *8107033307,9443222652,*
*9944770003*
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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🔹 *आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य डॉ. मुनि श्री अमृत कुमार जी ठाणा २ का प्रवास*
*गेंलडा फार्म हाउस*
Koot Road
Near Takkolam Railway station
(Arkkonam - Kanchipuram Road
☎ 9566296874,
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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🔹 *आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री अर्हत कुमार जी ठाणा 3 का प्रवास*
*दानमल जी पारख के निवास स्थान पर*
*विशाखापट्टनम*
☎9665000605,7972426132
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*संघ संवाद + संघ संवाद*
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🔹 *आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री प्रशान्त कुमार जी ठाणा २ का प्रवास*
*SenguntharThirumana mandpam*
Avinashi.Tn.
Opp Avinashi Kovil
(कोयंबतुर- तिरुपुर रोड)
☎9629588016,9344801658
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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🔹 *आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री सुधाकर जी ठाणा 2 का प्रवास*
*जैन स्थानक*
*आरकोणम*
☎ *8072609493*
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*संघ संवाद + संध संवाद*
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🔸 *आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या 'शासन श्री' साध्वी श्री विद्यावती जी 'द्वितीय' ठाणा ५ का प्रवास*
*अशोक कुमार जी मुथा के निवास स्थान पर*
23 jayaram street
Saidapet, Chenni-15
(Landmark: Near kalignar Arch)
☎ 7010319801,9841188345
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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🔸 *आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या "शासन श्री" साध्वी श्री यशोमती जी ठाणा 4 का प्रवास*
*तेरापंथ भवन*
*तंडियारपेठ, चैनैइ*
☎ *7044937375,9841098916*
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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🔸 *आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या शासन श्री साध्वी श्री कंचनप्रभा जी ठाणा 5* का प्रवास
*पुखराज जी श्री श्रीमाल के निवास स्थान पर*
*R.P.C.layout*
*विजयनगर, बेंगलुरु*
☎ *9448278156,
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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🔸 *आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री विमलप्रज्ञा जी ठाणा 6 का प्रवास*
*तेरापंथ भवन-ट्रिप्लिकेन*
☎ *9051582096*
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*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
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🔸 *आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री राकेश कुमारी जी (बायतु) ठाणा 4* का प्रवास
*विमल जी दुगड़ के निवास स्थान पर*
स्ट्रीट नंबर 10
*हिमायतनगर, हैदराबाद*
☎9959037737
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*संध संवाद + संघ संवाद*
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🔸 *आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री काव्यलता जी ठाणा 4 का प्रवास*
*कांकरिया भवन*
आयशा हॉस्पिटल के पास वाली गली
Opp-millers road
Kilpauk-chennai-10
☎ 8428020772
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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🔸 *आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री प्रज्ञा श्री जी ठाणा 4* का प्रवास
*शांतिलाल जी दुगड़ के निवास स्थान पर*
बजाज स्ट्रीट
*शोलिंगर*
☎ 8875762662
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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🔸 *आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या सुर्दशना श्री जी ठाणा 4 का प्रवास*
*तेरापंथ सभा भवन*
*सिंधनूर*
☎ *8830043723*
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*संघ संवाद + संघ संवाद*
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🔸 *आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री लब्धि श्री जी ठाणा 3 का प्रवास*
*महेंद्र जी नाहर के निवास स्थान पर*
*इकेगुड,मैसूर*
☎9348027915,
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*संध संवाद*+ *संध संवाद*
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🔸 *आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री मधुस्मिता जी ठाणा 6 का प्रवास*
*राजकुमार जी कोटेचा के निवास स्थान पर*
89-2nd phase Orchard layout
मीनाक्षी टेंपल के पीछे
*बन्नेरघट्टा रोड बैगलौर*
☎ 7798028703,
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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📲 *जितेन्द्र घोषल*: *9844295823*
📲 *मंजु गेलडा*: *9841453611*
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*प्रस्तुति:- 🌻 *संघ संवाद* 🌻
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Sangh Samvad
News, photos, posts, columns, blogs, audio, videos, magazines, bulletins etc.. regarding Jainism and it's reformist fast developing sect. - "Terapanth".

Update

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त्याग, बलिदान, सेवा और समर्पण भाव के उत्तम उदाहरण तेरापंथ धर्मसंघ के श्रावकों का जीवनवृत्त शासन गौरव मुनि श्री बुद्धमलजी की कृति।

📙 *'नींव के पत्थर'* 📙

📝 *श्रंखला -- 155* 📝

*आनंदचंद भाई वकीलवाला*

*कठिन यात्रा*

संवत् 1920 के शीतकाल का समय था। आनंदचंद भाई, नगीनचंद भाई, प्रेमचंदभाई और शोभाचंद भाई इन चार व्यक्तियों ने मारवाड़ जाने और जयाचार्य के दर्शन करने का निर्णय किया। यात्रा की बड़ी कठिनाइयां थी। बम्बई से अहमदाबाद तक का रेल मार्ग उसी वर्ष चालू हुआ था। वह नई सुविधा उनकी यात्रा को प्रोत्साहन देने वाली अवश्य थी, परंतु उससे केवल तीन सौ मील का मार्ग ही कटता था। आगे लगभग चार सौ मील का मार्ग अवशिष्ट रहता था। उस कच्चे तथा धूल भरे मार्ग को ऊंट आदि की व्यथाप्राप्य सवारी से ही पार किया जा सकता था। सभी कठिनाइयों के बावजूद उनके मन का उत्साह इतना तीव्र था कि वह उन सब कठिनाइयों को पार करने का साहस प्रदान करता था। उन्होंने आवश्यक सामान लिया और विदा होकर रेल में जा बैठे।

कहां जाता है कि उस समय बम्बई से अहमदाबाद तक पहुंचने में रेल को तीन दिन लगते थे। सांप्रतकालीन रेलगाड़ियों की गति को देखते हुए तो वह एक प्रकार से 'छकड़ा गाड़ी' ही थी। उसके डिब्बों में न बिजली की व्यवस्था थी, न पानी की और न संडास की ही। फिर भी उस समय के सभी वाहनों से वह शीघ्रगामी थी। अतः यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र थी। आनंदभाई आदि चारों व्यक्ति रेलगाड़ी द्वारा अहमदाबाद तो पहुंच गए, परंतु उसके आगे का कच्चा मार्ग कैसे पार किया जाए? यह समस्या उनके सामने मुंह बाए खड़ी थी। इतनी लंबी यात्रा के लिए न कोई घोड़ा गाड़ी वाला तैयार हुआ और न बैलगाड़ी वाला। अंततः उन्हें ऊंटों पर यात्रा करने का निर्णय करना पड़ा। अहमदाबाद से किराए पर ऊंट लिए और आगे की कठिनतम यात्रा पर चल पड़े।

ऊंट की सवारी अभ्यस्त व्यक्तियों के लिए भी बहुत कठिन पड़ती है। वे सब तो बिल्कुल अनभ्यस्त थे। टांगे रगड़ खा-खाकर घायल हो जातीं तो कमर हिचकोले खा-खाकर दोहरी। एक दिन में 10-12 मील से अधिक यात्रा कर पाना उनके लिए कठिन हो गया। अपरिचित ग्रामों के अपरिचित गृहों में स्थान मांगकर वे ठहरते, लकड़ी पानी की व्यवस्था कर हाथों से ही भोजन पकाते। इस प्रकार सभी स्थितियों से जूझते हुए उन्होंने उस कष्टकर मार्ग को कई सप्ताहों में पार किया।

*आनंदचंद भाई ने जयाचार्य के प्रथम दर्शन कहां किए...? उस समय स्थानीय लोगों, साधु-साध्वियों व स्वयं उनके मन में उत्पन्न भावों* के बारे में जानेंगे और प्रेरणा पाएंगें... हमारी अगली पोस्ट में... क्रमशः...

प्रस्तुति --🌻 *संघ संवाद* 🌻
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जैनधर्म की श्वेतांबर और दिगंबर परंपरा के आचार्यों का जीवन वृत्त शासन श्री साध्वी श्री संघमित्रा जी की कृति।

📙 *जैन धर्म के प्रभावक आचार्य* 📙

📝 *श्रंखला -- 331* 📝

*सिद्ध-व्याख्याता आचार्य सिद्धर्षि*

*जीवन-वृत्त*

गतांक से आगे...

प्रभावक चरित्र के अनुसार सिद्धर्षि के गुरु गर्गर्षि थे। उन्हें बौद्ध संघ में प्रविष्ट सिद्धर्षि को समझाने में पुनः-पुनः प्रयास नहीं करना पड़ा।वे एक ही बार में सफल हो गए। बौद्ध भिक्षु वेश में सिद्धर्षि को अपने सामने उपस्थित देखकर उन्होंने कहा "कोई बात नहीं, तुम बौद्ध भिक्षु बन गए हो। थोड़ी देर के लिए रुको, इस ग्रंथ को पढ़ो। मैं अभी बाहर जा कर आता हूं।" ग्रंथ को पढ़ते ही सिद्धर्षि के विचार परिवर्तित हो गए। गर्गर्षि के आने पर वे उनके चरणों में झुके और अपनी भूल पर अनुताप करते हुए बोले "मैं हरिभद्र को नमस्कार करता हूं जिनकी कृति ने मेरे मानस की कालिमा को धो डाला है। ललित विस्तरा वृत्ति नामक ग्रंथ मेरे लिए सूर्य की भांति प्रकाशक है।" सिद्धर्षि के परिवर्तित विचारों से गर्गर्षि प्रसन्न हुए। उन्होंने तत्काल जैन दीक्षा प्रदान कर उन्हें आचार्य पद पर नियुक्त कर दिया।

सिद्धर्षि को हरिभद्र के ग्रंथ से बोध हुआ, अतः उन्होंने हरिभद्र को अपना महान उपकारी माना है। उनकी भावना का प्रतिबिंब निम्नोक्त श्लोक से स्पष्ट होता है—

*महोपकारी स श्रीमान् हरिभद्रप्रभुर्यतः।*
*मदर्थमेव येनासौ ग्रन्थोंऽपि निरमाप्यत।।129।।*
*(प्रभावित चरित्र, पृष्ठ 125)*

आचार्य सिद्धर्षि ने अपने ग्रंथों में आचार्य हरिभद्र का पुनः-पुनः गौरव के साथ स्मरण किया है। उनका नमस्कार विषयक प्रभावक चरित्र का श्लोक है—

*विषं विनिर्धूय कुवासनामयं*
*व्यचीचरद् य कृपया मदाशये।*
*अचिन्त्यवीर्येण सुवासनासुधां*
*नमोस्तु तस्मै हरिभद्रसूरये।।132।।*

आचार्य हरिभद्र सूरि को नमस्कार है। उन्होंने विशेष अनुकंपा कर मेरे हृदय में कुवासना विष का प्रणाश किया और सुवासना सुधा को निष्पन्न किया है। यह उनकी अचिंत्य शक्ति का प्रभाव है।

आचार्य पद ग्रहण के बाद सिद्धर्षि ने गुजरात के विभिन्न क्षेत्रों में विहरण कर धर्म की गंगा प्रवाहित की।

*सिद्ध-व्याख्याता आचार्य सिद्धर्षि की ग्रन्थ रचना* के बारे में जानेंगे और प्रेरणा पाएंगे... हमारी अगली पोस्ट में... क्रमशः...

प्रस्तुति --🌻 *संघ संवाद* 🌻
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News in Hindi

https://goo.gl/maps/aJnRy4XauTR2

👉 *"अहिंसा यात्रा"* के बढ़ते कदम..

👉 पूज्यप्रवर अपनी धवल सेना के साथ विहार करके *"Bhimadole"* पधारेंगे..

👉 आज का प्रवास De Paul E.M. High School, *Bhimadole*

दिनांक: 22/05/2018
https://www.facebook.com/SanghSamvad/
प्रस्तुति: 🙏🏻 *संघ संवाद* 🙏🏻

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👉 प्रेक्षा ध्यान के रहस्य - आचार्य महाप्रज्ञ

प्रकाशक - प्रेक्षा फाउंडेसन

📝 धर्म संघ की तटस्थ एवं सटीक जानकारी आप तक पहुंचाए

🌻 *संघ संवाद* 🌻

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Sources

Sangh Samvad
SS
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  1. Bhimadole
  2. Jainism
  3. Kanchipuram
  4. Sangh
  5. Sangh Samvad
  6. Terapanth
  7. अमृतवाणी
  8. आचार्य
  9. आचार्य महाप्रज्ञ
  10. गुजरात
  11. दर्शन
  12. भाव
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