07.07.2018 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 09.07.2018

News in Hindi

आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के 51 वें दीक्षा दिवस पर लगेंगे 51000 वृक्ष 🤗🤗

आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की दीक्षा के 50 वें वर्ष को देशभर का जैन समाज ‘संयम स्वर्ण महोत्सव’ के रूप में पिछले एक वर्ष से विभिन्न आयोजनों के माध्यम से मना रहा है, इसी कड़ी में पिछले वर्ष ‘राष्ट्रीय संयम स्वर्ण महोत्सव समिति’ ने जुलाई २०१७ में “संयम स्वर्ण महोत्सव वर्ष २०१७-१८” के अंतर्गत हरित जैन तीर्थ अभियान का संकल्प पारित किया था और लक्ष्य रखा था कि अगले 5 वर्षों में प्रमुख तीर्थ स्थानों पर 5 लाख पेड़ लगाए जाएँगे । इस अभियान के अंर्तगत अनेक तीर्थस्थानों और मंदिर परिसरों में बड़ी संख्या में वृक्षारोपण किया गया था और इस साल आगामी आषाढ़ शुक्ल पंचमी अर्थात 17 जुलाई 2018 को आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की दीक्षा के 50 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं और उनका 51 वाँ दीक्षा दिवस देशभर में मनाया जाएगा, विभिन्न राज्यों के जैन धर्मावलम्बियों ने अपने स्तर अनेक धार्मिक आयोजनों और सामाजिक हित के काम करने की योजना बना रखी है, ऐसे समय में वृक्षारोपण अभियान को नाम दिया गया है “विद्या तरु/विद्या-वाटिका” वृक्षारोपण अभियान। समिति के गौरव अध्यक्ष श्री अशोक पाटनी (आरके मार्बल्स) ने एक अपील जारी कर भारत के समस्त तीर्थ क्षेत्रों के न्यासियों एवं पदाधिकारियों अनुरोध किया है कि लोग जुलाई 2018 के इस महीने में अपने आसपास के तीर्थ क्षेत्रों, मंदिरों, धर्मशालाओं और संस्थानों के परिसरों में वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित करें । उन्होंने आगे कहा है कि देशभर में वर्षा आरंभ हो चुकी है और यही वृक्षारोपण का सही समय है।

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Professor Dipak Jain appointed new head of top Chinese business institute. #China #NRI #USA #Education

BEIJING: Dipak Jain, a prominent Indian professor in the US, has been appointed as the new head of a top global business school in China, according to a media report.

Jain, 61, will take over as the European president of the Shanghai-based China Europe International Business School (CEIBS), replacing Pedro Nueno who held the position for 28 years.

Jain, a former dean of two of the world's leading business schools - the Kellogg School of Management and INSEAD - will work alongside his Chinese counterpart Li Mingjun.

"We are targeting any individual who has an interest in China. Someone who might want to work here and perhaps try and create something here; an individual who is trying to build a bridge between this part of the world and anywhere else," Jain said.

"This to me is the real CEIBS thing-leaders who have an interest in China or the region," he was quoted as saying by the China Daily.

Exuding confidence that the new role will grant him the opportunity to study a country that he has seen mainly from outside, Jain said he put forth the importance of business education to "put structure on unstructured problems".

Brought up in Assam, Jain, who lives in Chicago and works in Shanghai for 10 to 15 days each month, has been teaching marketing at CEIBS since September last year when he took on the president-designate role.

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#वात्सल्य_मिलन

पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी मुनिराज के परम शिष्य मुनिश्री प्रणम्यसागर जी मुनिराज मुनिश्री चन्द्रसागर जी मुनिराज दिल्ली में विराजित है
आज मुनिश्री का चाँदनी चौक से विहार होकर बालाश्रम दरियागंज में आगमन हुआ मुनिश्री के दर्शनार्थ आचार्यश्री वसुनंदी जी मुनिराज के परम शिष्य #मुनिश्री_शिवानंद_जी व #मुनिश्री_प्रशमानंद_जी का भी बालाश्रम आगमन हुआ दोनो मुनिसंघो के बीच तत्वचर्चा हुई मुनिश्री प्रणम्यसागर जी मुनिराज ने दोनो मुनिगणो की शास्त्र सम्बन्धी शंकाओ का समाधान किया।
मुनिसंघ के सानिध्य में आज बालाश्रम में मुनिसुव्रतनाथ विधान का आयोजन भी हुआ

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सम्पूर्ण जैन समाज विशेषरूप से कोटा समाज हेतु शर्मनाक व दर्दनाक समाचार...

श्री प्रकाश जैन ने आर्थिक तंगी व सूदखोर के चंगुल में फंसने के कारण अपने 2 बेटों सहित ट्रेन के आगे कूदकर जान देना एक प्रश्न चिन्ह लगा गया कि हम जैन बड़े बड़े आयोजनों में पैसा ख़र्च करने वाले क्या हमारे ही साधर्मी बन्धु की मदद नही कर सकते?

इस घटना से सबक लेते हुए कृपया अपने सहधर्मी बन्धु की मदद अवश्य करे... विश्व जैन संगठन

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Contemplative read is helpful..

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हमारी,एवम हमारे नन्हे मुन्नों की कलाइयों पर चीनी राखियों की "हथकड़ियां" या #आचार्यश्री के आशीर्वाद से बनी #सद्भावना_राखियां निर्णय हमारा

क्या हम जानते है?

चीन के साथ हमारे देश में प्रतिवर्ष *४१.७५ अरब डॉलर यानी २८०० अरब रुपये* का व्यापार होता है।

● वात्सल्य पर्व *रक्षाबंधन* पर भारतीय बाज़ार में बिकने वाली राखियों में ६५ से ७० प्रतिशत *चीनी राखियों* का *कब्ज़ा* है।

● चीन में बनी इन राखियों में हल्के प्लास्टिक के मोती,साटन के रंग बिरंगे धागे लगे होते है जो हानिकारक रसायनो से बने होते है।
हमारे यहां *वात्सल्य पर्व* पर छोटे छोटे नन्हे मुन्नों को राखियां बांधने बंधवाने का शौक होता है।हमारे यहाँ राखी बांधने बंधवाने के पश्चात पकवान,मिष्ठान खाने खिलाने की परंपरा है।
इन चीनी राखियों में लगा *जहरीला रसायन पकवान, मिष्ठान संग पेट मे जाकर उल्टी,दस्त,बुखार को निमंत्रित करता है* तथा छोटे छोटे बच्चों की *कोमल त्वचा पर दुष्प्रभाव* छोड़ता है।

● यह वही चीन है,जो हमारी भारतीय सीमा पर कब्ज़ा कर कभी *डोकोलाम,* तो कभी आंखे दिखा,युद्ध की *गीदड़ भभकी* देता है।

अभी तक हमे चीनी राखियां खरीदना *मज़बूरी* थी क्योंकि स्वदेशी राखियां *बहुत महंगी* भी थी।
इस वर्ष *ब्र रेखा दीदी पूर्व डीएसपी सागर एवम ब्रम्हचारी भैया बहनो के निर्देशन पर *केंद्रीय जेल सागर* के बंदी भाइयों द्वारा पूर्ण स्वदेशी,पूर्ण अहिंसक,प्राकृतिक रंगों से रंगे सूती धागों से बनाई गई है।

३० जून *आचार्यश्री के दीक्षा दिवस बंधाजी में विराजित परमपूज्य आचार्यश्री के समक्ष* इन *सद्भावना राखियों* का लोकार्पण *आदरणीया बाल ब्र. सुवर्णा दीदी, एवम शांता दीदी जी* द्वारा किया गया।[ज्ञातव्य है कि दोनों दीदीजी आचार्यश्री के *गृहस्थ जीवन* की बहने है】 इस अवसर पर *आचार्यश्री ने कहा कि श्रम का शोषण न हो, और बंदियों को आगामी समय मे हुनर मिले,उनकी दक्षता, कौशल का विकास हो* इस कार्य हेतु आचार्यश्री ने प्रसन्नमुद्रा में अपना आशीर्वाद देते हुए *सद्भावना राखी* का नाम दिया।

तो क्या हम नही चाहेंगे कि हमारी एवम हमारे नन्हे छोटे छोटे बच्चों की कोमल कलाइयों पर भी आचार्यश्री के आशीर्वाद से बनी पूर्ण अहिंसक राखियां बंधे।
◆ यदि आप इन *सद्भावना राखियों* के बारे में और अधिक जानकारी चाहते है तो कृपया सम्पर्क करें।

*डॉ रेखा दीदी (पूर्व डीएसपी पुलिस)* सागर
७०००७ ३९३५१

*डॉ नीलम दीदी* (शिशु रोग विशेषज्ञ) सागर
९३४०२ २९३२७

*डॉ अमित जैन सागर*
७९८७४ ९९५००

*🔴जैनम् जयतु शासनम् वंदे श्री विद्यासागरम् 🔴*

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