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Bhilwara, 03.12.2011आचार्यश्री के स्वागत की तैयारियां
भीलवाड़ा जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
वस्त्र नगरी में आचार्यश्री के ऐतिहासिक स्वागत के लिए तैयारियां की हैं। चार से सात दिसंबर तक विभिन्न आयोजनों के लिए अमृत समवसरण का निर्माण व साधु-साध्वियों के आवास की व्यवस्था पूर्ण की गई है। साधु-साध्वियां शास्त्रीनगर में विराजेंगी। तेरापंथी सभा मंत्री शैलेंद्र बोरदिया ने बताया कि आचार्यश्री चार दिसंबर सुबह पुर से विहार कर सवा आठ बजे पुर ओवरब्रिज पहुंचेंगे, जहां भीलवाड़ा तेरापंथ समाज आचार्यश्री की अगवानी को उपस्थित रहेगा। वहां से आचार्यश्री बापूनगर स्थित तेरापंथ भवन पधारेंगे।
गंगापुर चौराहा होते हुए रेलवे फाटक पहुंचेंगे, जहां से सुबह साढ़े नौ बजे शोभायात्रा रवाना होगी। यात्रा मुख्य मार्गों से होते हुए अमृत समवसरण पहुंचेगी। सुबह 10.30 बजे आचार्यश्री का नगर परिषद द्वारा संपूर्ण शहरवासियों की ओर से नागरिक अभिनंदन किया जाएगा। आचार्यश्री का प्रेरणा पाथेय प्राप्त होगा। शाम सात बजे विभिन्न समाजों व संगठनों द्वारा आचार्यश्री का स्वागत किया जाएगा। तेरापंथी परिवारों का सम्मेलन होगा। पांच दिसंबर सुबह साढ़े सात बजे आचार्यश्री आजादनगर में निर्माणाधीन महाप्रज्ञ भवन व अंबेश चिकित्सालय पधारेंगे। 8.30 बजे स्कूली छात्रों को नशामुक्ति रैली राजेंद्रमार्ग से शुरू होकर समवसरण पहुंचेगी। सवा नौ बजे आचार्यश्री का प्रात:कालीन प्रवचन व विद्यार्थियों को प्रेरणा पाथेय प्राप्त होगा। दोपहर एक बजे तेयुप द्वारा पारिवारिक सौहार्द कार्यशाला होगी। शाम सात बजे तेरापंथी सभा व तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम द्वारा प्रबुद्ध वर्ग का सम्मेलन होगा। छह दिसंबर सुबह साढ़े सात बजे आचार्यश्री रामस्नेही चिकित्सालय पधारेंगे। आठ बजे एमजीएच स्थित आचार्य महाप्रज्ञ डीलक्स कॉटेज वार्ड में पावन स्पर्श करेंगे। सवा नौ बजे अमृत समवसरण में प्रवचन होगा। दोपहर एक बजे तेरापंथ महिला मंडल द्वारा प्रबुद्ध महिला सेमीनार, दोपहर दो बजे तेरापंथ किशोर मंडल कार्यशाला, शाम सात बजे अमृत समवसरण में भक्ति संगीत संध्या होगी। कमल सेठिया व मीनाक्षी भूतोडिय़ा प्रस्तुतियां देंगे।
सात दिसंबर सुबह साढ़े सात बजे आचार्यश्री शास्त्रीनगर स्थित अणुव्रत साधना सदन विद्यालय पहुंचेंगे तथा विद्यार्थियों व ज्ञानशाला के बच्चों को प्रेरणा पाथेय प्रदान करेंगे। सवा आठ बजे अरिहंत अस्पताल पहुंचेंगे तथा सवा नौ बजे सुबह का प्रवचन होगा। दोपहर दो बजे अणुव्रत समिति द्वारा अणुव्रत कार्यकर्ता संगोष्ठि होगी। तीन बजे जीवन विज्ञान अकादमी द्वारा संगोष्ठि होगी। शाम सात बजे अमृत समवसरण में समाज द्वारा आचार्यश्री के प्रति मंगल भावना एवं आभार प्रकट किया जाएगा। इसके बाद आठ दिसंबर को आचार्यश्री सुबह सात बजे सुरास के लिए विहार करेंगे।