News in Hindi
चुनावी व्यवस्था में बदलाव की जरूरत: मोहन भागवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्य सर संघचालक ने सुधर्मा सभा में कहा
लाडनूं 06/08/2013 जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्य सर संघचालक मोहन भागवत मंगलवार को लाडनूं आए। जैन विश्वभारती स्थित सुधर्मा सभा में आचार्य महाश्रमण के सानिध्य में प्रवचन सभा में भागवत ने कहा कि वर्तमान राजनीति में अनैतिकता के कारण देश में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार के लिए रसूखदार व्यक्तियों से चंदा लेती हैं। बाद में उन लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए उन्हें मजबूरन अनैतिक कार्य करने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की समस्या के लिए राजनेताओं को नैतिकता का भाव जागृत करना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि हमारी चुनावी व्यवस्था में भी आमूल-चूल परिवर्तन हो। राजनेता यदि नैतिक जीवन जीते हुए सेवा के प्रति संकल्पित रहे तो जनता का उद्धार होगा।
राजनीति में समता की भावना को बढ़ाने के लिए भारतीय संतों को आगे आना चाहिए। आचार्य महाश्रमण ने कहा कि राजनीति जनसेवा का एक माध्यम है।
नैतिकता से कार्य में प्रामाणिकता का समावेश होता है। यदि सभी राजनेता अणुव्रत का पालन करे तो समाज व राष्ट्र का कल्याण हो सकता है। कार्यक्रम में मंत्री मुनि सुमेरमल ने विचार व्यक्त किए। मुनि महावीर कुमार ने अणुव्रत गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में चूरू आरएसएस द्वारा संग्रहित स्मारिका का विमोचन किया गया। इससे पूर्व जैन विश्वभारती के अध्यक्ष ताराचंद रामपुरिया ने साहित्य भेंट कर मोहन भागवत का स्वागत किया। संचालन मुनि कुमार श्रमण ने किया।