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जय जिनेन्द्रचातुर्मास प्रारम्भ हो रहा है, तो कम से कम संवत्सरी तक या आपकी अनुकूलता हो तो पूरे चातुर्मास तक नीचे दिये त्याग-प्रत्याख्यान करके इस चातुर्मास में अपनी आत्मा को कर्मों से हल्का करने का एक छोटा सा प्रयास करें।
👉1.आपके क्षेत्र में साधु-साध्वी जी का चातुर्मास हो तो प्रतिदिन जिनवाणी श्रवण।
👉2.प्रतिदिन अनुकूलता हो तो कम से कम 1सामायिक या 20 मिनट धर्मोपासना।
👉3. जमीकंद का त्याग।
👉4. होटल जाने का त्याग।
👉5. सिनेमा जाने का त्याग।
👉6. अनुकूलता हो तो सचित खाने का त्याग।
👉7. अनुकूलता हो तो रात्रि भोजन का त्याग।
👉8. पर्व तिथि 2,5,8,11,14 पर लिलोत्तरी का त्याग।
👉9. अनुकूलता हो तो प्रतिदिन सांयकालीन या छुटी हो उस दिन प्रतिक्रमण अवश्य करें।
👉10. अनुकूलता हो वहाँ तक अब्रह्मचर्य सेवन का त्याग।
👉11. एक दिन में 21 से अधिक द्रव्य खाने का त्याग।
👉12. किसी को गुस्सा आये ऐसे अप्रिय शब्द बोलने से बचने का प्रयास।
👉13. अनुकूलता हो तो आधा घंटा स्वाध्याय
👉14. अनुकूलता हो तो 1 घंटा मौन
👉15. मौज-मस्ती के उद्देश्य से शहर के बाहर घूमने जाने का त्याग।
👉16. किसी के भोज में जाने का त्याग।
👉17. whatsapp पर अश्लील चुटकुले या वीडियो देखने और किसी को भी भेजने का त्याग।
👉18. अनुकूलता हो तो तपस्या जरूर करें और पौषध कर पाये तो ओर भी उत्कृष्ट बात होगी।
👉19. टेलीविजन देखने का त्याग हो या 1 या 2 घंटे से अधिक देखने का त्याग।
👉20. इन समस्त नियमो की यथाशक्ति अनुपालना करना।.😊
👉हर जगह शेयर करें, यदि आपके निमित्त से एक ने भी त्याग किये तो आपको धर्म दलाली करें।
🔸🔹तीरों और तारों🔹🔸